राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस में रहे नीरज देव भारतीय ने बहुत हैरान कर देने वाला खुलासा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस में रहे नीरज देव भारतीय ने बहुत हैरान कर देने वाला खुलासा संघ की साज़िश के बारे में किया है कि कैसे संघ 98 साल से भारतीयों से भारत माता के नाम पर अंग्रेजों की देवी की पूजा करा रहा है। साभार: Devendra Surjan भारत माता की माता कौन है? … Read more

1846 से 1858 तक फर्रुखाबाद रियासत के नवाब रहे नवाब तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान को अंग्रेज़ो

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतकारीयों की मदद करने के जुर्म में फर्रुखाबाद रियासत के नवाब **तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान **को मुल्क बदर कर दिया गया था. 1846 से 1858 तक फर्रुखाबाद रियासत के नवाब रहे नवाब तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान को अंग्रेज़ो ने जंग ए आज़ादी की पहली लड़ाई में क्रांतकारीयों की मदद करने के जुर्म … Read more

क्या इतिहास में धम्मलिपि नाम की कोई लिपि रही है

क्या इतिहास में धम्मलिपि नाम की कोई लिपि रही है? —————————————— आजकल कुछ लोग कहते हैं, अशोक के ब्राह्मी लिपि का नाम धमंलिपि है जबकि अशोक ने ब्राह्मी लिपि में लिखे बातों को धम्मलिपि कहा ही है साथ में शाहबाजगड़ी और मानसेहरा(पाकिस्तान) के खरोष्ठी लिपि में भी लिखे अपने लेखों को धमंलिपि कहा है,फिर तो … Read more

विकास का पूंजीवादी मॉडल

विकास का पूंजीवादी मॉडल भारत में आर्थिक विकास का जो गुजरात माडल का अहर्निश शोर शराबा है, यह वास्तव में न तो गुजरात माडल है और न ही अंबानी और अडानी जैसे पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के हित में संघी योजना का भाग है. यह दुनिया के तेरह सबसे बड़े पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के … Read more

तस्वीरों में NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जी हैं.

तस्वीरों में NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जी हैं. मंदिर में झाड़ू लगाकर श्रमदान कर रही हैं. यह तस्वीर देखकर मैं आहत हूँ एक आदिवासी महिला जो राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार है मंदिर में झाड़ू लगा रही है. प्रणब मुखर्जी या अन्य ब्राह्मण नेताओं को कभी मंदिरों में झाड़ू लगाते नही देखा. … Read more

मुश्किल घड़ी में है मुल्क

सामायिकी ————- मुश्किल घड़ी में है मुल्क मुझ जैसे लोग यदि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति का विरोध करते हैं, तो केवल इसलिए कि वह भारत के उस विशिष्ट विचार से परहेज करता है,जिसे हजारों साल में हमारे ऋषि -मुनियों ,दार्शनिकों और कवियों ने गढ़ा है। हमें बतलाया गया है कि भारत उस भरत के … Read more

विपस्सना

शांति-विपस्सना ———— बुद्ध मानते थे कि मन के उथल – पुथल का शरीर पर प्रभाव पड़ता है। वह मन को दुरुस्त करने की एक विधि बताते हैं। यही विपस्सना है। मन में ही विकार उठते है, जैसे क्रोध या अन्य बुरे भाव। क्रोध एक उग्र विकार है, अतएव इसे ही उदाहरण के रूप में लें। … Read more

पुलिस उसे पकड़ने के लिये जगह जगह छापे मार रही है !” कौन है यह जयराम ? क्या गुनाह किया इसने ?

By: Himansu K राजस्थान से एक साथी ने फोन पर कहा भाई साहब “जयराम फरार हो गया है ! पुलिस उसे पकड़ने के लिये जगह जगह छापे मार रही है !” कौन है यह जयराम ? क्या गुनाह किया इसने ? जयराम भारतीय सेना की राजपूताना राइफल की दूसरी रेजिमेंट में नायक है ! जयराम … Read more

मोदी कृपा से गरीब गौतम अडानी अमीरी में बिल गेट्स से आगे और भारत गरीबी में नाइजीरिया से आगे

मोदी कृपा से गरीब गौतम अडानी अमीरी में बिल गेट्स से आगे और भारत गरीबी में नाइजीरिया से आगे दुनिया में चौथे नंबर का अमीर अडानी समूह, देश के बैंकों का एक बड़ा कर्जदार भी है. यह भी एक विडंबना है कि अपने साठवें जन्मदिन पर ₹60,000 करोड़ दान करने की घोषणा करने वाले गौतम … Read more

प्रतिनिधित्व और Relaxation

प्रतिनिधित्व और Relaxation मेरीट, गुणवत्ता, efficiency इनका संबंध Reservation से नहीं है, इनका तालुक Relaxation से है. Reservation का संबंध Participation और Representation से है।. और संविधान Participation और Representation देते समय कोई Relaxation की बात नहीं करता. उदाहरण के तौर पर राजकीय आरक्षण का लाभ लेने के लिए आरक्षित चुनावक्षेत्र/मतदारसंघ/constituency से खड़े हुए SC … Read more

1964 में बाईस साल के काले मोहम्मद अली ने अपने से दस साल बड़े सोनी लिस्टन को हराकर

1964 में बाईस साल के काले मोहम्मद अली ने अपने से दस साल बड़े सोनी लिस्टन को हराकर

1964 में बाईस साल के काले मोहम्मद अली ने अपने से दस साल बड़े सोनी लिस्टन को हराकर वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियनशिप जीती थी. इसके बाद के तीन साल मुक्केबाजी में उसकी असाधारण उपलब्धियों के साल थे. वह बहुत छोटी उम्र में सारी दुनिया का चहेता खिलाड़ी बन गया था. प्रायोजक उस पर करोड़ों डॉलर बरसाने … Read more

ndtv.in पर प्रिय दर्शन की एक टिप्पणी। ताकि तिरंगे की गरिमा बची रहे —

ndtv.in पर प्रिय दर्शन की एक टिप्पणी। ताकि तिरंगे की गरिमा बची रहे ---

ndtv.in पर प्रिय दर्शन की एक टिप्पणी। ताकि तिरंगे की गरिमा बची रहे — सरकार की चली तो आज़ादी के 75 साल के उपलक्ष्य में बीस करोड़ घरों में तिरंगा फहराया जाएगा। तिरंगा मुझे भी प्रिय है। बचपन में जिन प्रतीकों ने मुझे भारत के होने का मतलब समझाया, उनमें तिरंगा, उसका अशोक चक्र और … Read more

एक ग्लास दूध और हॉस्पिटल का बिल

एक ग्लास दूध और हॉस्पिटल का बिल

एक बार एक लड़का अपने स्कूल की फीस भरने केलिए, घर घर जा कर सामान बेचा करता था। एक दिन उसका कोई सामान नहीं बिका और उसे भूख भी लग रही थी. उसने तय किया कि,अब वह जिस भी दरवाजे पर जायेगा, उससे खाना मांग लेगा…!!! एक घर पर पहुंचा एक लड़की ने दरवाजा खोला, … Read more

#माइकल_जैक्सन 150 #साल जीना चाहता था!

#माइकल_जैक्सन 150 #साल जीना चाहता था!

#माइकल_जैक्सन 150 #साल जीना चाहता था! किसी सेे हाथ मिलाने से पहले दस्ताने पहनता था! लोगों के बीच में जाने से पहले मुंह पर मास्क लगाता था ! अपनी देखरेख करने के लिए उसने अपने घर पर 12 #डॉक्टर्स नियुक्त किए हुए थे ! जो उसके सर के बाल से लेकर पांव के नाखून तक … Read more

इसी दिन से अंग्रेजी हुकूमत के दमनकारी नीतियों के खिलाफ हूल क्रांति का आगाज हुआ ।

हूल संथाली शब्द है, जिसका अर्थ होता है विद्रोह। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सर्वप्रथम माने जाने वाले विद्रोह 1857 से 2 साल पहले 30 जून 1855 को शुरू हुए इस विद्रोह के प्रमुख नायक रहे सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झरनों । जब 10000 आदिवासियों के समक्ष सिदो को राजा कान्हू को मंत्री, चांद को प्रशासक और … Read more

यदि हम एक दूसरे को यही उलाहना देने लगे तो फ़िर कौन किसे समझाएगा……

आदरणीय मित्र-गण, यदि हम एक दूसरे को यही उलाहना देने लगे तो फ़िर कौन किसे समझाएगा…… इस तरह एक ईमानदार कोशिश भी नाकामयाब हो जाएगी…… ऐसा तब होता है जब हम अपने साथी को ख़ुद से अलग समझ कर….. इंसानियत को मज़हब से जोड़ देते हैं। यदि आप प्रतिक्रिया देने वाले को अपना ही भाई … Read more

अध्यात्म या विज्ञान

ँंँ. # अध्यात्म का बाप विज्ञान # धर्मवादी शेखी बघारते हुए कहते हैं अध्यात्म अंतिम सत्य है और विज्ञान उसके आगे कुछ नहीं। विज्ञान जहां खत्म होता है अध्यात्म वहां से आरंभ होता है। जबकि है बिल्कुल उल्टा।अध्यात्म जहां से खत्म होता है विज्ञान वहां से शुरू होता है। अध्यात्म खोजी धर्मसंस्थापकों ईश्वर पुत्रों पैगम्बरों … Read more

*ओछी मानसिकता से सामाजिक बिखराव और देश कमजोर होता है_एक कहानी* *कौन जात हो भाई ?*

☝️ *ओछी मानसिकता से सामाजिक बिखराव और देश कमजोर होता है_एक कहानी* *कौन जात हो भाई ?*👇👇 ================ खेत में काम करने वाले आदमी से एक तिलक लगाएं और रूद्राक्ष की माला पहने एक व्यक्ति ने जात क्या पूछली…… …….. *कुत्ते भौंकने लगें* ……… कौवे चिखने लगे ……… *लोमड़ी मुस्कराने लगी* ………बंदर नाचने लगे। ये … Read more

भारत में कभी, कोई भी, निर्णायक रूप से नहीं कहेगा कि ‘फासीवाद आ गया’।

By:Abhishek (चंद्रभूषण जी की पोस्ट के संदर्भ में) भारत में कभी, कोई भी, निर्णायक रूप से नहीं कहेगा कि ‘फासीवाद आ गया’। जो ऐसा कह रहा है, उसके रिकॉर्ड को खंगालिए। सन बानबे से वो ऐसा ही कहता हुआ मिलेगा। ऐसे बौद्धिक हर अंधे मोड़ पर ‘फासीवाद आ गया’ चिल्लाते हुए मिलेंगे। इनके चक्कर में … Read more