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मोतिहारी16 मिनट पहले
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मोतिहारी में 5वीं सोमवारी को जल भरने के दौरान गंडक नदी में स्नान करने के दौरान मां-बेटे डूब गए। पहले बेटा डूबा था जिसे बचाने के क्रम में मां भी डूब गई। दोनों की तलाश तेज कर दी गई है। घटना केसरिया थाना क्षेत्र स्थित सत्तरघाट गंडक नदी की है। घटना की जानकारी मिलने पर केसरिया सीओ और स्थानीय थाना की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय गोताखोर की मदद से दोनों की तलाश की जा रही। एनडीआरएफ की टीम को घटना की सूचना दे दी गई है। मां-बेटे कल्याणपुर थाना क्षेत्र मेदन सिरिसिया पंचायत स्थित बलमी सिरिसिया गांव के रहने वाले हैं।
गंडक का जलस्तर काफी बढ़ा है
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के बलम सिरिसिया की रहने वाली 55 वर्षीया ममता देवी अपने 17 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार के साथ केसरिया स्थित केसरनाथ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए गंडक नदी के सत्तरघाट गई थी। जलबोझी के पूर्व मां और बेटा दोनो नदी में स्नान कर रहे थे। नदी का जलस्तर बढ़ा है। आयुष स्नान करने के दौरान नदी के तेज बहाव में असंतुलित होकर बहने लगा। बेटे को नदी में बहता देख बचाने गई मां भी नदी के तेज बहाव में बह गई। सत्तरघाट पर अन्य कांवरियों ने शोर मचाया तो स्थानीय गोताखोरों ने दोनों की खोज शुरू की। लेकिन उनका कोई पता नहीं चला है।
घाट पर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं
गंडक नदी में डूबा आयुष इंटर का छात्र है और वह मोतिहारी में रहकर पढ़ाई करता है। घर से वह अपनी मां के साथ सत्तरघाट पर जलबोझी के लिए पहुंचा था। सावन माह में सोमवार को जलबोझी के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ सत्तरघाट पर लगती है। बावजूद इसके सत्तरघाट पर सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं थी। नदी के किनारे घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग भी नहीं की गई है।
एनडीआरएफ की टीम को सूचना दी गई है
केसरिया के प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा कि जानकारी मिलते ही पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचा और स्थानीय गोताखोरों की मदद से मां-बेटे की खोज शुरू की। दोनों की तलाश अभी जारी है। वहीं अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार ने कहा कि घटनास्थल पर पहुंचा हूं। एनडीआरएफ की टीम को मोतिहारी से बुलाई गई है। फिलहाल स्थानीय गोताखोरों की मदद से दोनों की तलाश जारी है।
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