मनीष सिसोदिया सुप्रसिद्ध राजनीतिक तांत्रिकों का मानना मनीष सिसोदिया को ईडी और सीबीआई नामक भूत प्रेत से कमल छाप ताबीज बचा सकता है
मनीष सिसोदिया कट्टर अंधभक्त विरोधी हैं और अंधविश्वास और पाखंड पर यकीन नहीं रखते हैं जिस वजह से कई राजनीतिक तांत्रिक विशेषज्ञों ने उनको सलाह दिया कि आप कमल छाप ताबीज या जंतर गले में लटका लीजिए या हाथों में बांध लीजिए तो आपके पास ईडी नाम का भूत और सीबीआई नाम का प्रेत आपके पास नहीं आएंगे।
लेकिन यह कट्टर अंधभक्त विरोधी होने के वजह से उस कमल छाप ताबीज को और जंतर को पहनने से इंकार कर दिया जिस पर नाराज महान काला जादू मैन ने मनीष सिसोदिया के पीछे ED नाम का भूत और सीबीआई नाम का प्रेत छोड़ दिया
जिस पर ईडी और सीबीआई नामक भूत-प्रेत ने मनीष सिसोदिया को उठा लिया बहुत राजनीतिक तांत्रिकों ने मनीष सिसोदिया और उनके उनके परिवार वालों से संपर्क करना शुरू कर दिया है ।
अभी उनके कस्टडी में है जैसे ही खुशी खुशी कमल छाप ताबीज या जंतर गले में या बाजू में लटका लेंगे पहन लेंगे वैसे ही इन भूत-प्रेतों से इनका पीछा छूट जाएगा।
प्रसिद्ध राजनीतिक तांत्रिकों ने उन्हें सुझाव दिया है कि ईन प्रकार के भयानक भूत प्रेतों से बचने के लिए आज के समय में एक ही ताबीज है और वह है कमल छाप ताबीज जितना जल्दी हो सके मनीष सिसोदिया को इस तवीज को पहन लेना चाहिए तुरंत राहत मिलना शुरू हो जाएगा
मनीष सिसोदिया एक जाने-माने राजनेता हैं जो दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री के पद पर हैं। वह आम जनता की समस्याओं को समझते हैं और उन्हें हल करने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। मनीष सिसोदिया का जन्म 5 फरवरी, 1972 को ज्ञानपीठ विश्वविद्यालय, दिल्ली में हुआ था। वह एक शिक्षक परिवार से हैं और उनका बचपन भी शिक्षा के माध्यम से गुजरा था।
मनीष सिसोदिया ने अपनी शिक्षा को समाज सेवा के लिए उपयोगी बनाने का निर्णय लिया और उन्होंने शिक्षा में मास्टर्स डिग्री हासिल की। उन्होंने दिल्ली के एक स्कूल में शिक्षक के रूप में काम किया।
मनीष सिसोदिया की राजनीतिक जिंदगी 2006 में शुरू हुई जब वह आप दल में शामिल हुए। वह दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री के रूप में काम करने वाले पहले व्यक्ति थे। मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं।
उन्होंने दिल्ली में स्कूलों में नई तकनीकों का उपयोग करने के लिए एक स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की जिससे स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हुआ। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली सरकार के लिए भी कई अहम योजनाएं चलाई हैं।
मनीष सिसोदिया को लगातार स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए बेहद सम्मानित किया जाता है। उनके नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने स्कूलों में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं।
वर्तमान में मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार के लिए कई अहम योजनाएं चलाई हैं जैसे कि मुफ्त बिजली योजना, मुफ्त तैयार खाने की योजना, जीवन बीमा योजना और मुफ्त स्कूल वैन योजना जैसी।
मनीष सिसोदिया दिल्ली के लिए समर्पित राजनेता हैं जो आम जनता के समस्याओं को समझते हैं और उन्हें हल करने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं। उनके द्वारा चलाई
मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों के लिए खुद को साबित किया है। उन्होंने स्कूलों में नई तकनीकों का उपयोग करके शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली सरकार के लिए भी कई अहम योजनाएं चलाई हैं जैसे कि मुफ्त बिजली योजना, मुफ्त तैयार खाने की योजना, जीवन बीमा योजना और मुफ्त स्कूल वैन योजना जैसी।
लेकिन हाल ही में मनीष सिसोदिया को CBI द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। CBI ने उन्हें एक घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है जिसमें उन्हें राज्य के निवेशकों के खिलाफ जाँच कर रही है।
मनीष सिसोदिया ने इस मामले में अपनी निर्धारितता और साफ चेहरे से जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपने काम को सत्य और ईमानदारी से करते हैं और किसी भी घोटाले में शामिल नहीं हुए हैं।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ने उनके समर्थकों के बीच संदेह और उदासीनता का विषय उठाया है। वे मानते हैं कि यह एक राजनीतिक षड्यंत्र है और मनीष सिसोदिया को इससे बचाना चाहिए।
मनीष सिसोदिया के समर्थक उन्हें एक स्वयंसेवी नेता के रूप में जानते हैं जो स्वयं को देश और समाज की सेवा में समर्पित करता है। वे समाज के गरीब लोगों के मदद के लिए काम करते हैं और उन्हें बेहतर जीवन की संभावनाएं प्रदान करते हैं।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ने लोगों को उनकी सोच और काम के प्रति उनकी आस्था और भरोसा को खतरे में डाल दिया है। लोग उन्हें स्वयंसेवी नेता के रूप में जानते हैं जो देश और समाज के लिए काम करता है और इसलिए उन्हें इस मामले में समर्थन करना चाहिए।
मनीष सिसोदिया एक दृढ़ इरादे और संकल्प के साथ अपने काम को जारी रखेंगे और इस मामले में उन्हें न्याय मिलेगा। लोगों को उनकी समर्थन की आवश्यकता है ताकि वे इस दौरान मनीष सिसोदिया के साथ खड़े रह सकें और उनका साथ दें।
मनीष सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी के बाद एक ट्वीट में बताया कि उनके खिलाफ बड़े आरोप लगाए गए हैं जिससे वह खुद पूरी तरह से असंगत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस घटना को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है जो उनके विरोध में चलाया जा रहा है।
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ बड़े आरोप लगाए जा रहे हैं जैसे कि धनबली का दावा, सीबीआई द्वारा दिए गए कुछ अश्लील चैट्स और अन्य कुछ आरोप।
लेकिन मनीष सिसोदिया के समर्थक इसे एक राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह इस समय बिहार में चुनाव अधिकारी के रूप में तैनात हैं और इसलिए यह आरोप उन्हें बेमेल करने के लिए लगाए गए हैं।
मनीष सिसोदिया ने इस मामले में बेशकीमती सलाह दी है कि सीबीआई की जांच में उनकी सहयोग करें और वे पूरी तरह से सहयोगी रहेंगे। उन्होंने इस माम
मनीष सिसोदिया जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, उन्हें सीबीआई रेमांड पर ले जाने का फैसला लिया गया है। उन्हें तीन दिनों के लिए सीबीआई के शोध में रहने के लिए रेमांड पर ले जाया गया है।
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी से जुड़े विवाद के बीच, वे सीबीआई रेमांड पर ले जाने के बाद अब भी सफाई के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने समर्थकों को बताया कि उन्होंने कभी भी किसी भी व्यक्ति या संस्था से धनबली नहीं मांगी है और ये सभी आरोप बिना सबूतों के लगाए गए हैं।
सीबीआई की जांच में सहयोग करने की सलाह देते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए और उनके खिलाफ बिना सबूतों के लगाए गए आरोपों को खत्म किया जाए। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे उन्हें आश्वस्त करें कि उन्हें सही न्याय मिलेगा और वह निर्दोष हैं।
मनीष सिसोदिया के मामले की स्थिति अभी भी उलझन में है। उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। उन्हें तीन दिनों के लिए सीबीआई के शोध में रहने के लिए रेमांड पर ले जाया गया था।
मनीष सिसोदिया ने सीबीआई द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खंडन किया है। उन्होंने यह दावा किया है कि वे कभी भी किसी भी व्यक्ति या संस्था से धनबली नहीं मांगी हैं और ये सभी आरोप बिना सबूतों के लगाए गए हैं।
मनीष सिसोदिया के मामले में अब भी जांच जारी है और सीबीआई उन्हें सहयोग करने के लिए आग्रह कर रही है। उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे उन्हें आश्वस्त करें कि उन्हें सही न्याय मिलेगा और वह निर्दोष हैं।
इस समय मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें सीबीआई के शोध के लिए रेमांड पर रखा गया है। अगली सुनवाई में उन्हें उनके वकीलों के साथ मौजूद होना होगा।