एयरपोर्ट पर हमारी सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ की भर्ती बंद की जा रही है

सीआइएसएफ
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एयरपोर्ट पर हमारी सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ की भर्ती बंद की जा रही है, जैसा आपको कुछ दिनो पहले आगाह किया था कि देश के तमाम एयरपोर्ट पर हमारी सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ की भर्ती बंद की जा रही है !….वैसा ही हुआ है आज मीडिया में खबर आई है कि मोदी सरकार ने 3,000 से ज्यादा सीआईएसएफ पदों को खत्म कर दिया है. अब उनकी जगह पर हवाईअड्डों पर निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएंगे. अभी कुल 1,924 निजी सुरक्षाकर्मी तैनाती की बात की जा रही है

CISF 1.63 लाख कर्मियों वाला मजबूत राष्ट्रीय विमानन सुरक्षा बल है 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान अपहरण के बाद, जिसे अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था, CISF को एयरपोर्ट सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी …..अब आप समझ ही सकते हैं कि यह कितनी महत्वपूर्ण संस्था है !……अब देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ के बजाए अडानी जी के प्रायवेट गार्डों के हवाले की जा रही है

सीआइएसएफ लेकिन निजी उद्योगपतियों को CISF से प्रॉब्लम क्या है ?

ये भी समझिए, दरअसल निजीकरण के बाद सीआइएसएफ का बकाया उद्योगपतियों पर चढ़ गया है 2019 में CISF का नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 788 करोड़ रुपये बकाया था,

उस वक्त सीआईएसएफ के डीजी राजेश रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी थीं कि इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा देने के एवज में CISF का 788 करोड़ रुपये बकाया है. वहीं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से जुड़े हवाई अड्डों को सुरक्षा देने में CISF के 90 करोड़ रुपये बकाया है. डीजी राजेश रंजन ने यह भी जानकारी दी कि पीपीपी मॉडल वाले एयरपोर्ट को भी लगभग 880 करोड़ रुपये सीआईएसफ को देने हैं, वह भी अभी उन्होंने नहीं दिए हैं.

दरअसल घरेलू यात्री से हवाई सफर के लिए पैसेंजर सर्विस फीस 130 रुपए लिए जाते हैं. इसी फंड से सीआइएसएफ का खर्च चलता है

अब सरकार नई व्यवस्था ला रही है अब हवाई यात्रियों को पैसेंजर सर्विस फीस (पीएसएफ) की जगह एएसएफ यानि एविएशन सिक्योरिटी फीस का भुगतान करना होगा।, पीएसएफ के मुकाबले एएसएफ की दर ज्यादा है। अब हवाई यात्रियों को पहले की अपेक्षा डेढ़ गुना शुल्क चुकाना पड़ रहा है, इसी वजह से हवाई टिकट भी महंगे हुए हैं

इसका अच्छा प्रभाव यह हुआ है कि अब सीआइएसएफ को और अधिक आसानी से भूगतान किया जा सकता है !

लेकिन निजी उद्योगपति ऐसा क्यों चाहेंगे भला ?

उन्हे तो हर चीज में प्रॉफिट चाहिए लिहाजा वे अपने निजी गार्ड की नियुक्ति पर जोर दे रहे हैं ताकि उनसे भी इक चौथाई तनखा में चार गुना काम ले और एविएशन सिक्योरिटी फीस में भी पैसे बचा ले…….इसलिए सरकार पर दबाव डाल कर, सीआईएसएफ को एयरपोर्ट सुरक्षा से बाहर किया जा रहा है……

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