महागठबंधन आरजेडी का कहना है की 119 सीटों पर आरजेडी कैंडिडेट उम्मीदवार गिनती संपूर्ण होने के बाद जीत चुके हैं जिनको रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफिकेट नहीं दे रहे हैं कह रहे हैं कि आप हार गए हैं जबकि इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया अर्थात भारतीय निर्वाचन आयोग डीसीआई की वेबसाइट पर इन 119 आरजेडी महागठबंधन उम्मीदवारों को जीता हुआ अर्थात विजई कैंडिडेट दिखाया गया है जिस की लिस्ट आरजेडी ने अपने ट्विटर हैंडल आरजेडी फॉर इंडिया पर ट्वीट किया है और कहां है कि लोकतंत्र में जनतंत्र की ऐसी लूट नहीं चलेगी
महाराष्ट्र के चुनाव बीजेपीएनडीए को हार का मुंह देखना पड़ा, EVM ईवीएम हेरा फेरी जिंदाबाद.
वैसे भी एनडीए बीजेपी साम दाम दंड भेद चारों हथकंडा की नीति पर चलने वाली पार्टी है इसको हर जगह महाराष्ट्र के चुनाव बीजेपीएनडीए को हार का मुंह देखना पड़ा और पूर्ण बहुमत न होने के बावजूद बीजेपी ने सरकार बनाने की कोशिश की जिसमें एनसीपी के विधायकों को खरीद-फरोख्त और फर्जी समर्थन का समर्थन पत्र लेकर रातो रात देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण करवाया.
जिसमें बीजेपी ने केंद्र में बैठे सरकार के सत्ता का पावर का पूरा दुरुपयोग किया और और लोकतंत्र और संविधान का धज्जियां उड़ा दिया जो इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ फिर भी बीजेपी अपने षड्यंत्र में महाराष्ट्र में पूरी तरह से फेल हुई और एनसीपी समर्थक शिवसेना की सरकार बनी और देवेंद्र फडणवीस विधायकों की मेजॉरिटी समर्थन साबित करने में असफल रहे
ठीक उसी प्रकार कर्नाटका में कांग्रेस व अन्य समर्थक जेडीएस का सरकार बना जिसमें बहुत सारी अड़चनें हैं जिसमें जेडीएस को सबसे बड़ा दल होने के बावजूद केंद्र की बीजेपी सरकार के दबाव में राज्यपाल ने सरकार बनाने का निमंत्रण बीजेपी को दिया लेकिन वहां भी बीजेपी साम दाम दंड भेद क्या संडे को अपनाते हुए सत्ता के पावर को दुरुपयोग करते हुए संविधान का उल्लंघन करते हुए सरकार बनाएं और अपने षड्यंत्र में स्वयं फेल हो गए।
भाजपा रातों रात बिना बहुमत की सरकार बनती है और सुबह फ्लोर टेस्ट में फ़ैल हो जाती है
2018 में कर्नाटका में इसी तरह बीजेपी ने अपना सत्ता का दुरुपयोग करते हुए साम दाम दंड भेद खरीद-फरोख्त का हथकंडा अपनाते हुए लोकतंत्र के विरुद्ध संविधान के विरुद्ध जाते हुए येद्दयुरप्पा का मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण करवाया जबकि यदुर अप्पा के पास बहुमत नहीं था जिसमें माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप कर दूसरे दिन शनिवार को बहुमत साबित करने का येदयुरप्पा को आदेश दिया जिसमें बीजेपी असफल रही और यदु रब्बा को वह आज 55 घंटों में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा
येदुरप्पा कर्नाटका में 17 मई 2018 को भाजपा के मुख्यमंत्री पद उम्मीदवार बनकर मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण लिया लेकिन 19 मई को फ्लोर टेस्ट से पहले ही वह सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा यानी महज 3 दिन के सीएम बनेऔर उसके बाद जेडीएस कुमार स्वामी की सरकार बनी बाद में जेडीएस का सरकार बना लेकिन बीजेपी अपनी जोड़-तोड़ खरीद-फरोख्त के हथकंडे को जारी रखें और कुछ महीनों बाद जेडीएस की सरकार को गिरा कर बीजेपी अपना येदुरप्पा की सरकार बनाया जो येदुरप्पा भ्रष्टाचार के मामले में पूरा बदनाम है
बीजेपी साम दाम दंड भेद खरीद-फरोख्त की अपनी पुरानी हथकंडे अपनाते हुए मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को पलट कर बीजेपी ने शिवराज सिंह सरकार मध्य प्रदेश में बना
ठीक उसी प्रकार बीजेपी अपनी साम दाम दंड भेद खरीद-फरोख्त की अपनी पुरानी हथकंडे अपनाते हुए मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को पलट कर बीजेपी ने शिवराज सिंह सरकार मध्य प्रदेश में बनाईक्या बीजेपी एनडीए अपना पुराना हथकंडा जोड़-तोड़ साम दाम दंड भेद के आधार पर सत्ता के पावर को दुरुपयोग करते हुए संविधान की अवहेलना करते हुए बिहार में भी इसी तरह से अपना सरकार बनाएगी या फिर लोकतंत्र जनतंत्र की सम्मान करेगी ?
ऐसा प्रतीत होता है कि भारत देश अब केवल कहने के लिए लोकतांत्रिक देश यह है अब इसमें लोकतंत्र दिखाई नहीं देता है यहां पर तो पूरी सरकारी मशीनरी जैसे लगता है कि किसी डिक्टेटर द्वारा हाईजैक कर ली गई हो और जनतंत्र भारत देश में केवल एक दिखावा या फिर छलावा रह गया है क्या बीजेपी को हर हाल में सत्ता चाहिए सत्ता की इतनी भूख प्यास लगी है कि उसे ना अपना और ना ही संविधान का और ना ही लोकतंत्र का ना जनतंत्र का अंतर्राष्ट्रीय समाज का किसी का परिवार ना हो