पत्नी ने पति का किया 10 टुकड़े फ्रिज में रख कई दिनों फेकती रही पति के शव के टुकड़े, भयानक पत्नी ने पति की हत्या श्रद्धा हत्याकांड की तरह एक और पत्नी बेटे के साथ मिलकर पति का किया दो टुकड़े फिर थाने में गयी गुमशुदगी का रिपोर्ट लिखाने
दिल्ली के त्रिलोकपुरी में सोमवार को पुलिस ने हत्या के मामले का पर्दाफाश किया। श्रद्धा हत्याकांड जैसी इस घटना में महिला ने अपने बच्चे के साथ अपनी मंगेतर की भी हत्या कर दी। इसके 10 टुकड़े करके फ्रिज में रख दें और कुछ दिनों तक आसपास के इलाकों में उछालते रहें।
सोमवार को ही सीसीटीवी की 2 रिकॉर्डिंग सामने आईं। इसमें बच्चा टुकड़ों को जकड़कर ले जाता दिख रहा है और पीछे मां भी नजर आ रही है। पुलिस ने कुछ तस्वीरें भी सौंपी हैं, जो मृतक के शरीर के हिस्से हैं। पुलिस ने 6 पीस बरामद किए हैं। इसका भी एक सिर होता है।
पत्नी ने पति की हत्या मारे गए व्यक्ति का नाम अंजन दास है, जो त्रिलोकपुरी का रहने वाला है। हत्या की आरोपी महिला का नाम पूनम है, वह अंजन की अगली पत्नी है
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार शाम को पब्लिक इंटरव्यू किया. जिसमें बताया गया कि मारे गए व्यक्ति का नाम अंजन दास है, जो त्रिलोकपुरी का रहने वाला है। हत्या की आरोपी महिला का नाम पूनम है, वह अंजन की अगली पत्नी है। बच्चे का नाम दीपक है जो अंजन का सौतेला बेटा है। मां और बच्चे को कब्जे में ले लिया है।
अब ग्रुप में पढ़ें, पुलिस ने कैसे किया पर्दाफाश…
- देखने के दौरान देखना शुरू हुआ
पांच जून को पांडव नगर में दिल्ली पुलिस की नजर थी। इस दौरान निगरानी दल ने कंकड़ से आने वाली बदबू की जानकारी पुलिस मुख्यालय को दी. इधर-उधर देखने पर, समूह ने एक पैकेट में मानव मृत शरीर के टुकड़ों को ट्रैक किया। - शव के टुकड़े मिलने के बाद जांच शुरू हुई।
शरीर के अंग गंभीर रूप से खराब हो गए थे और इस वजह से उनकी पहचान में दिक्कत हो गई थी। शोध अधिकारी पास के पुलिस मुख्यालय में यह पूछने के लिए गया कि क्या कोई अनुपस्थित था। यूपी और आसपास के राज्यों के पुलिस मुख्यालयों में भी रिकॉर्ड चेक किए गए। - अंजन दास गायब था, पत्नी ने गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई
इस दौरान अंजन दास के 5-6 माह से लापता होने की ताजा जानकारी मिली। पता चला है कि वह पूनम और दीपक के साथ त्रिलोकपुरी में रहता था। उन दोनों ने अंजन के कहीं गायब होने की घोषणा भी नहीं की थी। - अंजन ससुराल में बच्ची की देखभाल से जुड़ा था
पूनम और दीपक को संबोधित करने पर दोनों ने पूरी कहानी और हत्या के पीछे का कारण बताया। पूनम ने सोचा कि अंजन बच्चे दीपक की पत्नी और उसकी एक बिछड़ी हुई बेटी का ख्याल रखता है। यह बच्ची जैसे तैसे पूनम के साथ रह रही थी। - पूनम अंजन की पत्नी नहीं थी
पूनम ने बताया कि उनकी शादी बहुत पहले बिहार में सुखदेव तिवारी से हुई थी। वह दिल्ली आ गया और पूनम भी उसे ढूंढ़ती हुई आ गई। लेकिन सुखदेव नहीं मिला, इसके बाद वह कल्लू नाम के व्यक्ति के साथ रहने लगी। कल्लू से उसके 3 बच्चे हुए। लीवर खराब होने से कल्लू की मौत हो गई। - शक होने पर मिली मिलीभगत, शराब में मिलाई आराम की गोलियां
वहां से पूनम लिफ्ट एडमिनिस्ट्रेटर अंजन के साथ रहने चली गईं। भयानक लक्ष्य सोचकर पूनम और दीपक ने वसंत अप्रैल में मारने की योजना बनाई। 30 मई को दोनों ने अंजन को शराब पिलाई। जिसमें दर्जनों गोलियां मिलीं। बेहोशी की हालत में अंजन के गले और शरीर के कुछ टुकड़ों पर काटकर उसकी हत्या कर दी गई। - शव को फिलहाल घर में ही पड़े रहने दिया गया
हत्या के बाद दोनों पूरी शाम शव को वहीं छोड़कर चले गए। अगले दिन घर से खून साफ किया। फिर शव के 10 टुकड़े कर दें। उन्हें फ्रिज में रख दिया। पूनम और दीपक इन टुकड़ों को लगातार पैक्स में भरकर फेंकने के लिए पांडव नगर और आसपास के इलाकों में जाते थे। यह सिलसिला 8-10 दिनों तक चला। - पुलिस अंजन के शव का डीएनए टेस्ट भी करेगी
हत्या के बाद जब टुकड़ों को बर्फ के संदूक में रखा गया तो गंध को दूर करने के लिए घर को रंग दिया गया। अंजन के सिर को गड्ढा बनाकर ढक दिया गया था। पुलिस ने बताया कि अंजन के रिश्तेदार बिहार में रहते हैं। अंजन का डीएनए टेस्ट खत्म करने के लिए एक पुलिस टीम वहां भेजी जाएगी। - श्रद्धा हत्याकांड में रिक्वेस्ट आई
कदाचार शाखा के अद्वितीय सीपी रवींद्र यादव ने बताया कि श्रद्धा हत्याकांड में जब यह मामला सामने आया तो हमने बताया कि शव के अंगों को देखने के बाद मरणोपरांत करने वाले विशेषज्ञ ने कहा था कि यह एक आदमी का शव है, इसलिए वहां है. श्रद्धा हत्याकांड से कोई संबंध नहीं .
पांडव नगर से मिले शरीर के अंगों की तस्वीरें विचलित करने वाली हैं, इसलिए उन्हें अस्पष्ट कर दिया गया है…
दिल्ली में श्रद्धा वाकर की हत्या जैसा मामला सामने आया है। पश्चिम बंगाल में पत्नी ने बच्चे के साथ अपनी मंगेतर की हत्या कर दी। इतना ही नहीं हत्या के बाद उसके शव के 6 टुकड़े कर बेहतर जगहों पर फेंक दिया। मामला 12 नवंबर का है। इसका खुलासा 15 नवंबर को हुआ, जब पत्नी व बच्चे बरूईपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे।