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Energy saving AC tips: गर्मी जब भी आती है तो एसी की बात जरूर होती है। गर्मी से निपटने में सबसे कारगर एसी ही है। एसी में रहना और रात के समय एसी में सोने का मजा ही कुछ और है। एसी हमें गर्मी से तो राहत देती है लेकिन मन मन इस बात का भी टेंशन रहता है कि जितनी देर एसी चलेगी बिजली का बिल भी उतना ज्यादा आएगा। कई लोग तो सिर्फ बिल बढ़ने की टेंशन की वजह से सिर्फ रात के समय ही एसी का इस्तेमाल करते हैं। एसी चलने से बिल कितना आएगा यह हमारे उपयोग के तरीके पर निर्भर करता है। एसी तो अधिकांश लोग चलाते हैं लेकिन इसे सही तरीके से चलाना बेहद कम लोग जानते हैं।
एसी चलने से आने वाला बिल और एसी की परफॉर्मेंस दोनों हमारे उपयोग पर निर्भर करता है। अगर हम सही तरीके से एसी को चलाए तो बिल भी बेहद कम आएगा और एसी सालो साल अच्छी तरह से चलती रहेगी। अगर एसी को एक ही टेंपरेचर पर चलाया जाए तो इससे बिजली का बिल बढ़ने की टेंशन को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
बार बार टेंपरेचर बदलने से बढ़ता है प्रेशर
टेंपरेचर को बार बार बढ़ाने घटाने से एसी की परफॉर्मेंस पर असर पड़ता है साथ ही एसी को ज्यादा मेहनत भी करनी पड़ती है। अगर आप एक ही टेंपरेचर पर एसी को सेट कर देते हैं तो इससे एसी को कम मेहनत करनी पड़ती है और बिजली का लोड भी नहीं बढ़ता।
इस टेंपरेचर में चालएं एयर कंडीशनर
ऐसा माना जाता है कि अगर आप एयर कंडीशनर पर एक डिग्री टेंपरेचर को डाउन करते हैं तो इससे 6 फीसदी बिजली का बिल बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप रूम को जल्दी कूल करने के लिए एयर कंडीशनर को 18-19 डिग्री सेल्सियस पर सेट करते हैं तो इससे बिल ज्यादा बढ़ेगा। इसलिए आप एसी को 23-25 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रखें। इससे आपके एसी पर ज्यादा लोड नहीं बढ़ेगा।
रूम को चिल्ड करने के लिए अपनाएं ये तरीका
एसी के चलने से बिल कम आए और आपका कमरा जल्दी ठंडा हो जाए इसके लिए आप कुछ ऐसे तरीके अजमा सकते हैं। जब एसी चले तो आप रूम में फैन ऑन कर सकते हैं ताकि एसी की ठंडी हवा रूम में चारो तरफ फैल जाए। इससे आपको ज्यादा देर तक एसी नहीं चलानी पड़ेगी।
कमरे ने ज्यादा हीट प्रोड्यूस करने वाले प्रोडक्ट न रखें
जब आप एसी चला रहे हों तो इस बात का ध्यान रखें कि उस कमरे में ज्यादा हीट प्रोड्यूस करने वाले प्रोडक्ट जैसे फ्रिज, लैपटॉप आदि का इस्तेमाल न हो। इनसे कमरे में गर्मी बढ़ती है और रूम को ठंडा करने में भी काफी समय लग जाता है। इन प्रोडक्ट की वजह से एसी को कम टेंपरेचर पर सेट करना पड़ता है जिससे बिल तेजी से बढ़ता है।
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