सीएम ने की घोषणा:एससी-एसटी व ईबीसी महिलाओं को शारीरिक परीक्षा में पांच सेमी की छूट

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पटनाएक घंटा पहले

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सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

बिहार की एससी, एसटी और ईबीसी महिलाओं काे शारीरिक दक्षता परीक्षा में ऊंचाई में पांच सेंटीमीटर की छूट मिलेगी। इन महिलाओं के लिए न्यूनतम ऊंचाई 155 की जगह 150 सेमी की जाएगी। साेमवार काे विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सीएम नीतीश कुमार ने यह घोषणा की। विधानसभा सदस्य अनिल कुमार ने सत्र की पहली पाली में महिलाओं की ऊंचाई का मुद्दा उठाया था।

उन्होंने कहा कि शारीरिक परीक्षा में सामान्य और पिछड़ा वर्ग के पुरुषों के लिए न्यूनतम ऊंचाई 165 सेमी है और अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के पुरुषों की न्यूनतम ऊंचाई 160 सेमी है। जबकि सभी वर्ग के महिलाओं की न्यूनतम ऊंचाई 155 सेमी है। ऐसे में एससी, एसटी और ईबीसी महिलाओं काे न्यूनतम ऊंचाई में 5 सेमी की छूट िमले।

मसूर दाल प्रोसेसिंग यूनिट के लिए 35% सब्सिडी

बजट सत्र के दौरान गोपाल रविदास ने सरकार से सवाल किया कि पटना, नालंदा, जहानाबाद सहित अन्य जगहों पर मसूर दाल की पैदावार के बाद भी प्रोसेसिंग यूनिट होने से किसानों को परेशानी हो रही है। प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना करने की क्या योजना है। इसके जवाब में उद्योग मंत्री समीर महासेठ ने कहा कि यदि कोई प्रोसेसिंग यूनिट लगाना चाहता है तो सरकार 35 प्रतिशत तक सब्सिडी देगी।

डिस्प्ले बोर्ड पर अंग्रेजी के शब्दों पर नाराज सीएम बोले- हिन्दी खत्म हो जाएगी क्या

विधान परिषद में वेब कास्टिंग डिस्प्ले बोर्ड पर अंग्रेजी शब्दों को देख मुख्यमंत्री नाराज हो गए। उन्होंने पूछा कि हिन्दी खत्म हो जाएगी क्या? सोमवार को अल्पसूचित प्रश्न के दौरान अचानक मुख्यमंत्री सदन में सभापति का ध्यान सामने लगी स्क्रीन की ओर दिलाया। कहा कि ऑनरेबल, स्पीकिंग, टाइम यह सब क्या चल रहा है। ऑनरेबल की जगह माननीय लिखा जाए। हिंदी को एकदम खत्म ही करा दिया जाएगा क्या। सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि सुधार करा दिया जाएगा। थोड़ी ही देर में दिखने भी लगा। विधानसभा की स्क्रीन पर ऑनरेबल शब्द की जगह विधान पार्षदों के नाम के आगे श्री लिखा जाने लगा।

इसके पहले फरवरी में आपत्ति जताई थी

इसके पहले फरवरी में किसान समागम कार्यक्रम में भी उन्होंने किसानों और अफसरों के द्वारा अपनी राय देते वक्त अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा था ये क्या है, बिहार है ना जी। आप लोग जितना बोलते हैं, सब अंग्रेजी शब्द का प्रयोग कर रहे हैं।

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