'ये रघुवर का देश, बाबर का नहीं, हिंदू विरोधियों की ठठरी बंधेगी', दिल्ली की कथा में और क्या बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?

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Dhirendra Krishna Shastri- India TV Hindi

Image Source : FACEBOOK/BAGESHWARDHAMSARKAROFFICIAL
दिल्ली की कथा में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

नई दिल्ली: बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में कथा चल रही है। यहां हजारों की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। ये कथा तीन दिन तक चलेगी। 17 दिसंबर को दिव्य दरबार लगेगा। 

दिल्ली में प्रदूषण को लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने ये कहा?

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, ‘दिल्ली के लोग प्यारे हैं। लोग बहुत भावुक हैं। दिल्ली प्रदूषण से जूझ रहा है। कम वाहनों का उपयोग करें। सुनने को मिलता है कि बढ़ते वाहनों और फसल जलाने की वजह से धुंआ आता है। हम किसी सरकार के बारे में टिप्पणी नहीं करते। सरकार को हम कहेंगे कि कोई ठोस कदम उठाएं। अगर हमसे पूछेंगे तो हम कहेंगे कि यज्ञ कराएं।’

राम मंदिर और मथुरा सर्वे पर क्या कहा?

राम मंदिर को लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, ‘ये पूरे विश्व के सनातनियों की जीत है। 22 जनवरी को सनातनियों को दिवाली मनानी चाहिए। बाहर के लोग न आएं, ताकि कोई दिक्कत न हो। मथुरा सर्वे पर उन्होंने कहा, ‘भारत हिंदू राष्ट्र की ओर अग्रसर है। ये दूसरा कदम है, जहां नहीं खुदा वहीं खुदेगा।’

ये रघुवर का देश है बाबर का नहीं, हिंदू विरोधियों की ठठरी बंधेगी: धीरेंद्र

ये रघुवर का देश है, बाबर का नहीं क्या आपने ऐसा कहा था? इस सवाल के जवाब में धीरेंद्र ने कहा, ‘बिल्कुल कहा था। अगर किसी को हजम न हो, तो उसे हाजमोला खा लेनी चाहिए। इस राष्ट्र में राम की चर्चा नहीं होगी तो क्या ऊ वालों की चर्चा होगी?’

उन्होंने कहा, ‘सरकार पीओके की ओर बढ़ रही है। भारतीय नागरिक होने के नाते हम भी वोट डालते हैं। हमारा सरकार से निवेदन है कि पीओके अगले वर्ष तक भारत में विलय हो जाना चाहिए। समय जरूर लगेगा लेकिन होगा।’

उन्होंने कहा, ‘राम मंदिर और पीएम मोदी की अहम भूमिका है। उन्होंने भूमि पूजन में पहुंचकर अच्छा किया। वो राष्ट्रवाद के लिए ऐसा ही कर दें। अब मथुरा उधार है, उसे और चुकवा दें। हम तो जरूर जाएंगे। मेरा मन करता है कि रामजी का गाना लगाकर अभी डांस कर लो। यहां भीड़ नहीं है। भक्तों का सैलाब आता है। हिंदू विरोधियों की ठठरी बंधेगी।’

हिंदू राष्ट्र कागजों में नहीं चाहिए: शास्त्री

उन्होंने कहा, ‘हमें हिंदू राष्ट्र भारतीयों के दिल में चाहिए। जब हिंदू राष्ट्र भारतीयों के दिल में आ जाएगा तो कभी पत्थर नहीं चलेंगे। संतों की हत्या नहीं होगी। कश्मीरी पंडितों का ऐसा हाल नहीं होगा और हिंदू राष्ट्र कागजों पर नहीं चाहिए।’

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