बैग पर थी कइयों की निगाह, स्‍टेशन के बाहर हुआ कुछ ऐसा, खुली रह गईं सबकी आंखें

[ad_1]

Crime News: लगभग पूरे सफर के दौरान वेलाराम ने अपना छोटा सा बैग अपनी कांख में दबा कर रखा हुआ था. पूरे रास्‍ते इस बैग से वेलाराम की पकड़ एक पल के लिए भी ढीली नहीं हुई थी. वेलाराम की इस हरकत लोगों को खटकने लगी और उनकी निगाहें उस बैग पर आकर टिक गई. वेलाराम को इस बात का अंदाजा बिल्‍कुल भी नहीं था कि इस बैग को लेकर ट्रेन के भीतर ही नहीं, ट्रेन के बाहर भी खुसुर पुसुर शुरू हो गई थी. 

शायद, इसी खुसुर पुसर की वजह से कुछ लोग उनका स्‍टेशन के बाहर इंतजार कर रहे थे. वेलाराम ने जैसे ही स्‍टेशन के बाहर अपना पहला कदम रखा, पीछे से किसी ने उनके सिर पर लोहे की रॉड से तेज हमला किया और वेलाराम लगभग अचेत होकर वहीं गिर पड़े. और अब, कांख में दबे बैग पर से वेलाराम की पकड़ थोड़ा ठीली हो चुकी थी. वहीं, अचानक हुई इस घटना को देखने के बाद वहां मौजूद हर शख्‍स लगभग शून्‍य सा हो गया. 

कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले हमला करने वालों ने इस बैग को छीना और बाइक में सवार होकर मौके से फरार हो गए. जिसके बाद, लोगों ने पुलिस को सूचना देकर वेलाराम को समीपतवर्ती हॉसिपटल में एडमिट करा दिया. वहीं, पुलिस को दिए बयान में उन्‍होंने बताया कि जो बैग हमलावर लूट कर फरार हुए हैं, उसमें  14,96,600 रुपए थे. पुलिस ने वेलाराम की शिकायत पर आईपीसी की धारा 395/397/34 के तहत एफआईआर दर्ज कर हमलावरों की तलाश शुरू कर दी. 

किसने रची थी लूट की साजिश?
उत्‍तरी जिला पुलिस उपायुक्‍त मनोज मीणा के अनुसार, मामले की जांच के लिए सराय रोहिल्‍ला पुलिस स्‍टेशन के एसएचओ विकास राणा के नेतृत्‍व में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान, पुलिस ने कुल नौ आरोपियों की पहचान की, जिसमें छह आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया और तीन आरोपी व्यक्ति साजिश रचने में शामिल थे. लंबी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने नौ में से सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. 

क्‍या राजस्‍थान से जुड़े हैं लूट के तार?
गिरफ्तार हुए आरोपियों की पहचान सूरज कारगी, करण कुमार, हरीश सैनी, महेंदर रिंटोर, दीपक पारिख और करतार सिंह के रूप में हुई. वहीं, मामले के दो आरोपी खुद को पुलिस की गिरफ्त से बचाने में सफल रहे. इसी बीच, पुलिस को वारदात के आठवें आरोपी के बाबत एक इंटेल मिला. जिसके आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर आठवें आरो‍पी को राजस्थान के सीकर से हिरासत में ले लिया. 

लूट के रुपयों का क्‍या हुआ?
जांच में पता चला कि आठवां आरोपी नाबालिग है. नाबालिग आरोपी ने पुलिस को बताया कि लूट की रकम के अपने हिस्‍से से उसने 2 लाख रुपए की एक सेकेंड हैंड कार खरीदी थी, जिसे पुलिस ने जब्‍त कर लिया है. पुलिस के अनुसार, लूट के आखिरी आरोपी की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है. पुलिस का दावा है कि जल्‍द ही लूट के नौवें आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. 

Tags: Crime News, Delhi police

[ad_2]

Source link

Leave a Comment