"उनका मकसद ही मेरा रेप करना था…", स्पेनिश महिला ने झारखंड में गैंगरेप का लगाया आरोप

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नई दिल्ली:

झारखंड के दुमका जिले में स्पेन की एक महिला से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है.पुलिस ने शनिवार को बताया कि इस घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है. घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है. यह घटना राज्य की राजधानी रांची से करीब 300 किलोमीटर दूर हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरुमाहाट में शुक्रवार रात तब हुई जब स्पेन का एक पर्यटक जोड़ा एक अस्थायी टेंट में रात्रि विश्राम कर रहा था. स्पेन की महिला ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में घटना को लेकर लिखा है कि हमारे साथ कुछ ऐसा हुआ है कि जो कभी किसी के साथ न हो. सात लोगों ने मेरे साथ बलात्कार किया है. 

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बांग्लादेश से दुमका पहुंचे थे दोनों पीड़ित

यह युगल दुपहिया वाहन से बांग्लादेश से दुमका पहुंचा और वह बिहार से होते हुए नेपाल जाना चाहता था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मामले की जांच की जा रही है और फॉरेंसिक दलों ने घटनास्थल का दौरा किया है. इस घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए एक तलाश अभियान शुरू किया गया है.” उन्होंने कहा, ‘‘एक एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया गया है और सभी आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी.”

अधिकारियों ने क्या कहा? 

अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दुमका के पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे हंसडीहा पुलिस गश्त दल को सड़क किनारे दो लोग मिले. उन्होंने बताया, ‘‘गश्त दल ने यह भांप लिया कि उनके साथ कुछ हुआ है. चूंकि वे स्पेनिश भाषा बोल रहे थे तो पुलिस समझ नहीं पायी कि वे क्या कह रहे हैं. हालांकि, पुलिसकर्मी उन्हें यह मानकर एक स्थानीय अस्पताल लेकर गए कि उन्हें कुछ इलाज की जरूरत है.”

स्पेनिश युगल ने डॉक्टरों को यौन शोषण की घटना के बारे में बताया

अधिकारियों ने कहा कि स्पेनिश युगल ने डॉक्टरों को यौन शोषण की घटना के बारे में बताया. पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे घटना के बारे में सूचित किया गया. हमें सूचना मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू की गयी. हमने पीड़िता से बात की. इसके बार हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया और पूछताछ के दौरान उन्होंने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. आरोपियों ने कुछ और नाम भी लिए. हमने एक दल गठित किया है और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है. हम इस संबंध में एक फॉरेंसिक दल और सीआईडी की मदद भी ले रहे हैं.”

महिला और उसके पति का ईलाज जारी है

दुमका के सिविल सर्जन बच्चा प्रसाद सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि करीब 28 साल की महिला और उसके 64 वर्षीय पति का इलाज दुमका के फुलो झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में किया जा रहा है. अधिकारी ने कहा कि वे पुलिस सुरक्षा के साथ लगभग 60 किलोमीटर की दूरी तय करके सरैयाहाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मोटरसाइकिल पर पहुंचे थे. सिविल सर्जन ने कहा, ‘दोनों खतरे से बाहर हैं और अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. व्यक्ति को मामूली चोट आई हैं. एक मेडिकल बोर्ड पीड़िता की चिकित्सा जांच करेगा, जिसमें मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉक्टर अनुपूरण पूर्ति की अध्यक्षता में तीन स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक रेडियोलॉजिस्ट, एक हड्डी रोग विशेषज्ञ और एक दंत चिकित्सक शामिल होगा.”

7-8 की संख्या में शामिल थे लोग

इस बीच, एक अन्य अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा कि घटना में सात से आठ स्थानीय युवक शामिल थे. अधिकारी ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. झारखंड भाजपा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने पुलिस पर ढिलाई का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा, ‘जब विदेशियों के साथ ऐसी घटनाएं होंगी, तो कौन झारखंड आना चाहेगा? यहां कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. पुलिस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.’

झारखंड विधानसभा में उठा मामला

यह मुद्दा शनिवार को झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के समापन दिवस के दौरान उठाया गया. भाजपा विधायक अमित मंडल ने विधानसभा में यह मामला उठाते हुए दुमका के एसपी को तत्काल निलंबित करने और जांच समिति गठित करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया, ”इस घटना ने न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश को शर्मिंदा किया है… दोषियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है.” घटना की निंदा करते हुए राज्य के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है. अपराध में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’ कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने विधानसभा के बाहर कहा, ‘यह बहुत दुखद स्थिति है और सभी के लिए शर्मिंदगी की बात है. हमारी सरकार उन लोगों को नहीं छोड़ेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’  

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