आज से आंदोलन पर शिक्षक अभ्यर्थी:डोमिसाइल नीति लागू करने को लेकर गांधी मैदान से राजभवन तक करेंगे मार्च

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पटनाएक घंटा पहले

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डोमिसाइल नीति लागू करने को लेकर आज जुटेंगे शिक्षक अभ्यर्थी। - Dainik Bhaskar

डोमिसाइल नीति लागू करने को लेकर आज जुटेंगे शिक्षक अभ्यर्थी।

बिहार सरकार द्वारा शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू किए जाने को लेकर के आज शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरेंगे और आंदोलन करेंगे। आंदोलन की शुरुआत पटना के गांधी मैदान से करेंगे और डाकबंगला चौराहा होते हुए आयकर गोलंबर से राज्य भवन मार्च करेंगे।

इससे पहले शिक्षक अभ्यर्थियों को ओर से सरकार को 72 घंटे के अंदर का अल्टीमेटम दिया था। जो कि अब कल पूरा हो गया है। हालांकि सरकार की ओर से अभी तक कोई भी जवाब नहीं मिला है। इसके साथ ही शिक्षक अभ्यर्थियों ने यह मांग की है कि शिक्षा मंत्री को शिक्षा विभाग से हटाकर पशुपालन विभाग दे देना चाहिए।

फिर से लागू हो डोमिसाइल पॉलिसी

शिक्षक अभ्यर्थी अभिषेक झा ने कहा कि सरकार को हमने 72 घंटे का समय दिया था लेकिन हमारी बात नहीं मानी गई। आज से गांधी मैदान से आंदोलन की शुरुआत होगी। सीएम नीतीश कुमार को डोमिसाइल नीति लागू करना पड़ेगा।

दिलीप कुमार ने आगे कहा कि अगर शिक्षा मंत्री को लगता है कि योग शिक्षक की बहाली के लिए वैकेंसी को नेशनल करना होगा तो वह आगे कहेंगे कि वैकेंसी को इंटरनेशनल ही कर दिया जाना चाहिए ताकि ब्रिटेन और अमेरिका के लोग भी यहां आकर शिक्षक बन सकेंगे। शिक्षा मंत्री अगर बिहार में निकलेंगे तो उन्हें योग्य अभ्यर्थी नजर आ जाएंगे क्योंकि देश और दुनिया में हर जगह शिक्षा के क्षेत्र में बिहारियों का डंका बज रहा है। यूपीएससी और इंजीनियरिंग में बिहार के छात्र लगातार अपना परचम फहराते रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि संशोधन को समाप्त करते हुए बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल पॉलिसी लागू की जाए।

डोमिसाइल नीति लागू करने की लगातर हो रही मांग।

डोमिसाइल नीति लागू करने की लगातर हो रही मांग।

शिक्षा मंत्री ने गुणवत्ता बढ़ने की कही थी बात

शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर ने कहा था की ये देश हित के लिए किया गया है। शिक्षक नियुक्ति में देश के विभिन्न राज्यों के टैलेंटेड और बेरोजगार भाग लेंगे। हमें अंग्रेजी, गणित, फिजिक्स के योग्य शिक्षक नहीं मिल पा रहे थे। इसलिए संशोधन किया गया है। पहले विज्ञान ब्लॉक में रिक्तियां रह जाती थीं। बिहार में 6 हजार रिक्ति को लेकर वैकेंसी आई, लेकिन मात्र 369 लोग आ पाए। बिहार के बाहरी युवाओं को मौका मिलने से बिहार की शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। खासकर साइंस और अंग्रेजी को लेकर जो समस्याएं आती थी वो दूर होंगी।

जानिए अब तक क्या-क्या हुआ बदलाव

1. 6 जून- बीपीएससी ने अधिसूचना जारी कर यह तय कर दिया कि दिव्यांग अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र सरकारी मेडिकल कॉलेज से ही लाना होगा और वही मान्य होगा।

2. 9 जून – तकनीकी शिक्षा की डिग्री तथा प्राच्य भाषा विशेष से संबंधित डिग्री सामान्य विषय विद्यालय अध्यापक (कक्षा एक से पांच) पद पर नियुक्ति के लिए मान्य नहीं को विलोपित किया गया। कक्षा 11 और 12 के बायोलाजी विषय में नियुक्ति के लिए स्नातक के विषयों में संशोधन किया गया।

3. 19 जून- सामान्य वर्ग की महिला, दिव्यांग और एससी एसटी के लिए सीटेट में प्राप्त अंकों में छूट की सीमा बढ़ी। पूर्व में सीटेट में 90 अंक प्राप्त किया होना जरूरी था, लेकिन इसे घटाकर 82 किया गया

4. 21 जून – सीटेट जुलाई की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियों को भी परीक्षा में फॉर्म भरने की अनुमति दी गई और इसको लेकर अधिसूचना जारी की गई।

5. 22 जून- अधिसूचना जारी करते हुए परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया. 19, 20, 26 और 27 अगस्त को होने वाली परीक्षा की तिथि को बदलकर 24, 25, 26 और 27 अगस्त को दो पालियों में करने का निर्णय लिया गया।

6. 24 जून- बीएड और डीएलएड परीक्षा के अपीयरिंग अभ्यर्थियों को भी शिक्षक बहाली प्रक्रिया में अनुमति दिए जाने को लेकर अधिसूचना जारी की गई

7. 27 जून- बिहार सरकार ने शिक्षक बहाली के लिए आवेदन में डोमिसाइल पॉलिसी खत्म करते हुए देश के सभी अभ्यर्थियों के लिए आवेदन की अनुमति दे दी।

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