पटना मे ट्रांसजेन्डर ने खोला रेस्टोरेंट:कूक से लेकर वेटर तक होंगे किन्नर समुदाय से, रेशमा बोलीं- शुरुआत बहुत मुश्किल, लेकिन लोगों की बदलनी है सोच

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पटनाएक घंटा पहले

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ग्राहकों को खाना सर्व करते ट्रांसजेंडर। - Dainik Bhaskar

ग्राहकों को खाना सर्व करते ट्रांसजेंडर।

पटना में ट्रांसजेन्डर समुदाय द्वारा रेस्टोरेंट खोला गया है। इसका नाम ‘सतरंगी दोस्ताना’ रखा गया है। इस रेस्टोरेंट की खास बात यह है कि इसे पूरे तरीके से ट्रांसजेन्डर समुदाय द्वारा संचालित किया जाएगा। यहां मेनेजर, अकाउंटेंट, सर्विस देने वाले, क्लीनर, शेफ और असिस्टेंट सभी लोग ट्रांसजेंडर समुदाय से ही होंगे। ट्रांसजेन्डर द्वारा खोला गया यह बिहार का पहला रेस्टोरेंट है। ऐस पहल से ट्रांसजेंडर समुदाय में रोजगार का भी अवसर बढ़ेगा। कुल 20 ट्रांसजेन्डर मिलकर इसको चलाएंगी।

इस रेस्टोरेंट को ट्रांसजेडर्स ही चलाएंगे।

इस रेस्टोरेंट को ट्रांसजेडर्स ही चलाएंगे।

रेस्टोरेंट पटना के गांधी मैदान स्थित मोना सिनेमा के ठीक पीछे बनाया गया है। पटना नगर निगम की तरफ से जमीन दी गई है। इस रेस्टोरेंट को दो मंजिला बनाया गया है। जहां पहले फ्लोर पर लोग परिवार के साथ बैठकर खाने का आनंद ले सकेंगे, जबकि दूसरी मंजिल को ओपन टेरेस गार्डन के रूप डेवलप किया गया है। यहां कपल्स और अन्य लोग लोग मीटिंग भी कर सकते है। यहां पर भी लोग भोजन कर सकेंगे। साथ ही छोटी-छोटी पार्टियां भी कर सकते हैं। इस रेस्टोरेंट में इंडियन और चाइनीज दोनों ही तरह के व्यंजन मिलेंगे।

सेकेंड फ्लोर पर किया गया सीटिंग अरेजमेंट।

सेकेंड फ्लोर पर किया गया सीटिंग अरेजमेंट।

3 साल की कड़ी मेहनत के बाद रेस्टोरेंट

सतरंगी दोस्ताना रेस्टोरेंट की प्रमुख रेशमा बताती हैं कि रेस्टोरेंट खोलना मेरा बहुत बड़ा सपना था। जो अब पूरा हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं। पिछले 3 साल से सपने के पीछे लगी हूं। रेस्टोरेंट खोलने में आए दिन चैलेंजस का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन बदलाव के लिए काम तो करना ही पड़ता है, और हम काम करने के लिए खड़े हो गए है। हमनें 17 साल संघर्ष किया है। तब जाकर अब कुछ लोग स्वीकार भी करने लगे। हम चाहते हैं कि लोग हमें जानें और समझे और मुझे उम्मीद है कि धीरे- धीरे इसमें बदलाव आएगा। मैं चाहती हूं कि समाज हमें स्वीकार करे।

रेस्टोरेंट के अंदर का लुक।

रेस्टोरेंट के अंदर का लुक।

रेस्टोरेंट खोलना बहुत ही चैलेंजिंग एक्सपीरियेन्स रहा
रेशमा बताती हैं कि इसे पूरे तरीके से ट्रांसजेन्डर समुदाय द्वारा संचालित किया जाएगा। इसमें सभी कर्मचारी ट्रांसजेन्डर समुदाय के ही काम कर रहे हैं। हमारे लिए रेस्टोरेंट खोलना बहुत ही चैलेंजिंग एक्सपीरियेन्स रहा है। लेकिन मुझे उम्मीद है कि मैं यहां के नागरिक समुदाय के मदद से जरूर सफल होंगे। यह जगह बहुत अच्छा अनुभव देगा की लोग ट्रांसजेन्डर साथियों के साथ मिलकर खाना खाएंगे। यह गैरबराबरी को खतम करने का बहुत बड़ा मौका है।

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