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Delhi News: प्लास्टिक में सामानों का इस्तेमाल शरीर के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी घातक है. इस बात को ध्यान में रखते हुए अब सिंगल यूज प्लास्टिक वाले लगभग दर्जनों सामानों को चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधित करने की तैयारी की जा रही है. दिल्ली एमसीडी की तरफ से इन प्लास्टिक वाले सामानों के मैन्युफैक्चरिंग, स्टॉकिंग, डिस्ट्रीब्यूशन सेल और उनके इंपोर्ट सभी पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की गई है. इसके अलावा, दैनिक इस्तेमाल होने वाले इन प्रोडक्ट के एक बेहतर विकल्प के बारे में भी दिल्ली एमसीडी की तरफ से सुझाव दिए गए हैं.
सिंगल यूज उत्पादों पर प्रतिबंध की तैयारी
सिंगल यूज प्लास्टिक के हानिकारक प्रभाव को देखते हुए दिल्ली एमसीडी द्वारा अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट को एक प्रस्ताव भेजा गया है, जिसमें छह सामानों पर पूरी तर बैन लगाने की सिफारिश की गई है. इन सामानों में 250 ML वाले प्लास्टिक के पानी की बोतल, वाटर पाउच, प्लास्टिक बैनर पोस्टर, फ्लेक्स झंडे, खाना पैक करने वाले कंटेनर, केचप सॉस वाले छोटे पैकेट, फूड पैकेजिंग के लिए क्लिंग फिल्म शामिल हैं. दिल्ली एमसीडी की तरफ से भेजे गए प्रस्ताव में इन सभी सामानों के विकल्प के बारे में भी सुझाव दिया गया है. विभागीय अधिकारियों का भी कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक वाले सामानों पर प्रतिबंध लगता है तो पर्यावरण के साथ-साथ लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होगा क्योंकि वर्तमान में प्लास्टिक के अधिक इस्तेमाल का दुष्परिणाम हमें देखने को मिल रहा है.
प्रतिबंध के बाद भी दिखाई देते हैं प्रोडक्ट
दिल्ली के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी सिंगल यूज प्लास्टिक पर कई बार प्रतिबंध लगाए गए लेकिन पूरी तरह इस पर लोक लगाने में प्रशासन कामयाब नहीं हो सका. लोगों का कहना है कि जब तक इसके सही विकल्प को बाजारों में नहीं लाया जा सकता तब तक प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित करना मुमकिन नहीं है. आज के दौर में ग्राहकों को प्लास्टिक जैसे प्रोडक्ट में सामान लेना मजबूरी हो जाता है. ऐसे में अगर सही विकल्प के साथ सिंगल यूज प्लास्टिक को शत प्रतिशत बाजार में प्रतिबंधित किया जाए तो लोग भी इस मुहिम और पहल का स्वागत करेंगे.
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