पता नही क्यो इतनी नौटँकी नाधे हुए हो , सीधे सीधे वर्ल्ड वाइड टेंडर निकाल कर देश को ही बेच दो , अच्छा बेचो भले न तो पट्टे पर ही बड़ी कम्पनियों को दे दो ….. इसमें कौन सा राष्ट्रवाद आड़े आना है , जब रिलायंस को 75 – 80 डॉलर में तेल खरीदवा रहे हो और ioc को डंडा करके रूस से लेने पर मना कर दिए बेचारी 120 डॉलर में खरीद रही है और इसी देश में बेच रही है रिलायंस भाई तो अपना पम्प बन्द करके विदेश में एक्सपोर्ट कर रहे , मने विदेशियों को सस्ता बेचेंगे हमको नहीँ … फिर रिलॉयन्स भाई को देश को कोई डिविडेंड भी नही देना , IOC तो आराम से 15 – 20 हजार करोड़ सरकार को डिविडेंड देती है | सस्ता मिलता तो और देती लेकिन सरकार को देश के लिए पैसा नही चाहिए , मोटा भाई को मिलता रहे देश गया भाड़ में | तो जब भाड़ में ही झोंकना है तो बेहतर है पट्टे पर दे दो , पूरा देश लेने की औकात किसी कम्पनी में न हो तो पांच सात हिस्से में डिवाइड कर दो …..
पब्लिक भी चाहती है कि फालतू का झिक झिक बन्द हो , देश को हलाल करने के बजाय सीधे झटके में डिस्पोज़ कर दो | EAST इंडिया , WEST INDIA , NORTH , साउथ , NORTH EAST , और जम्मू कश्मीर …सबकी IPL की तरह बोली लगे …. जम्मू कश्मीर विवादग्रस्त सम्पत्ति है तो कोई मजबूत पार्टी लगाएगी , ARAMCO ले लेगी , उसको बोल दिया जाएगा कि POK भी इसी में कवर्ड है | वो अपना अरबी में समझा लेंगे …
एक गूगल देश , एक अमेज़ॉन देश , एक टेस्ला देश , एक व्हावे , एक रिलॉयन्स इंडिया एक अडानी इंडिया एक TATA ESTATE , एक बोइंग इंडिया …लोग अपने हिसाब से माइग्रेट हो लेंगे …. नीलामी में जो पैसा मिले उसमे सरकार अपना ब्रोकरेज काट के , बकिया सबके खाते में ट्रांसफर ….
बहुत हो चुकी नौटँकी , जो असलियत में हो रहा है तो पर्दे के पीछे क्यों हो सामने हो | जनता को तो दो मिनट में ये कम्पनियां समझा लेंगी बस आप अपने चेहरे से मुखौटा उतार कर फेंक दें , जनता सब समझ चुकी है उसे कोई फर्क नही पड़ेगा , उसे आपके मास्क से दिक्क्क्त हो रही है |
Mr mishra आप गूगल इंडिया से कब आये , कब तक रिलॉयन्स मे रहना है
अरे रशीद मियां तुम Aramco में कब तक आराम करोगे
चको TESLA एक ट्रिप लगा के आते है , वहां ट्विटर वालों रोज एक बोतल फ्री मिलती है … नाचेंगे गाएंगे ऐश करेंगे और क्या ……