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Congress MLA Bharat Singh: कोटा जिले के सांगोद विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह (Bharat Singh) ने अपना सिर मुंडवा लिया है. भरत सिंह अपने बालों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के कोटा आगमन पर एक पत्र के साथ सौंपने की तैयारी कर रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री कोटा नहीं आते तो वह अपने बालों को डाक के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजेंगे. भरत सिंह ने कहा कि एक रभ्रष्टाचार को संरक्षण दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर एनजीटी, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के नियमों और आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. नियमों की पालना करने वाले ही नियम विरुद्ध काम कर रहे हैं.
विधायक भरत सिंह ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री 13 सितंबर को सिटी पार्क और कैबिनेट की बैठक में कोटा आते हैं तो वह अपने बाल और एक पत्र उन्हें सौंपेंगे. यदि नहीं आते तो डाक के माध्यम से अपने बालों को मुख्यमंत्री के पास भेजेंगे.
‘जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती, बाल नहीं रखूंगा’
भारत सिंह ने कहा कि मैं जब तक खान की झोपड़ियों को कोटा में शामिल नहीं करवा लेता, तब तक अपने बालों को ऐसे ही रखूंगा. उन्होंने कहा कि इस सिर के माध्यम से लोगों को याद रहेगा कि आखिर यह क्यों मुंडवाए गए हैं. भारत सिंह ने कहा कि जब कोई अपने घर का या घनिष्ठ मर जाता है तो उस समय सिर को मुंडवाया जाता है, बाल कटवाए जाते हैं. अशोक गहलोत का ईमान मर चुका है और वह मेरे बहुत करीबी हैं, इस कारण से मैंने अपने बालों को कटवाया है.
घर के बाहर लगाया रावण का पुतला
इसके साथ ही, विधायक भरत सिंह ने अपने घर के बाहर रावण का पुतला और कई बैनर और पोस्टर लगा रखे हैं और लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं. भ्रष्टाचार रूपी रावण के पुतले का भी वह दहन करेंगे. भारत सिंह ने चंबल रिवर फ्रंट को लेकर के कहा कि एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही है. कोटा सहित कई जगह एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के नियमों की पालना नहीं की जा रही, उनके आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
बात कोटा की ही नहीं है, जहां भी सत्ता में सरकार है वह इसका पालन नहीं करती. इसके पालन के लिए जिसे चुना गया है वही इसका दुरुपयोग करता है. कांग्रेस की सरकार हो या बीजेपी की, कोई भी एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट के नियमों और आदेशों का पालन नहीं कर रहा है.
‘गृहमंत्री के नाते गहलोत ने गलत काम किए’
भारत सिंह ने कहा कि प्रमोद जैन भाया लगातार अवैध खनन कर रहा है. इसके कई पत्र मुख्यमंत्री को लिख चुका हूं. वह गांधीवादी तरीके की बात करते हैं लेकिन गांधीवादी नहीं हैं. भरत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नाते उन्होंने अच्छे काम किए हैं, लेकिन गृहमंत्री के नाते उन्होंने कुछ फाइलों को बारां से शिफ्ट कर सवाई माधोपुर और जयपुर भेज दिया है.
इस पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है और खुले रूप में अवैध खनन करने वालों को संरक्षण देने वाले प्रमोद जैन भैया को मुख्यमंत्री ने संरक्षण दे रखा है. ऐसे में उनका तीखा विरोध किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें जिंदाबाद के नारे लगाए जाएंगे वहीं गृहमंत्री के रूप में मुर्दाबाद के नारे लगाए जाएंगे.
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