MP Politics: कर्नाटक सरकार के धर्मांतरण विरोधी फैसले पर गरमाई MP की राजनीति, BJP के आरोप पर कांग्रेस ने दिया ये जवाब

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Narottam Mishra on Karnataka Congress Government: कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने धर्मांतरण विरोधी कानून को वापस ले लिया है. इसे लेकर मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने लोगों से अपील की है कि वे कर्नाटक सरकार के फैसले को देखते हुए मध्य प्रदेश में आने वाले समय में अपना फैसला लें कि वह किसके साथ जाएंगे? कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी लगातार सरकार के कामकाज पर नजर रख रही है. कांग्रेस सरकार द्वारा कर्नाटक में लिए जा रहे फैसले को मध्य प्रदेश की राजनीति में लगातार जनता के बीच रखा जा रहा है. 

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक सरकार ने धर्मांतरण विरोधी कानून को वापस ले लिया है. यह फैसला लव जिहाद को बढ़ावा देगा. इसके अलावा इस फैसले ने कांग्रेस की मानसिकता को भी स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कहती कुछ और है और दिखावा किसी और बात का करती है, जबकि फैसले अलग ही लिए जाते हैं. उन्होंने मध्य प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा कि आने वाले समय में मध्य प्रदेश की जनता को सतर्क रहने की जरूरत है. गृह मंत्री ने अभी कहा कि कर्नाटक सरकार ने डॉ हेडगेवार का पाठ भी पाठ्य पुस्तक से हटा दिया है.

शिवराज सरकार में ही लव जिहाद के मामले बढ़े
कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक जब कांग्रेस की सरकार रहती है तो संविधान के सभी प्रावधान और भारतीय दंड संहिता की धाराओं का अच्छे से पालन कराती है, जबकि शिवराज सरकार के 18 वर्ष के कार्यकाल में लव जिहाद सहित अन्य अपराध बढ़े हैं. कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक की जनता की भावना और परिस्थितियों को देखते हुए फैसला लिया है. भारतीय दंड संहिता और संविधान में सभी प्रकार के अपराधों को रोकने के लिए नियम और कानून बनाए गए हैं. राजनीति करने के लिए अलग से किसी कानून बनाने की जरूरत नहीं है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि उनकी सरकार में महिला संबंधी अपराधों में प्रदेश नंबर वन पर क्यों है?

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