[ad_1]
Indore Tragedy: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में राम नवमी के दिन हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 34 हो गई है. मृतकों में 18 महिलाएं और लड़कियां हैं. अभी भी बावड़ी के मलबे में दबे बाकी लोगों की तलाश जारी है. करीब 20 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. महू से आए सेना के जवान मलब में दबे लोगों को खोजने में लगे हुए हैं. एनडीआरएफ की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है.
40 फीट गहरी बावड़ी
ये सभी लोग मंदिर के अंदर स्थित बावड़ी के ऊपर डले स्लैब पर बैठकर पूजा कर रहे थे. इस दौरान स्लैब अचानक से धंस गया. इससे 30 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर पड़े. बावड़ी करीब 40 फीट गहरी है. उसमें 4 से 5 फिट तक पानी भरा हुआ था. घटना की सूचना पाकर पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रस्सियों के सहारे कुएं से लोगों को निकालने को कोशिश की. कुएं से करीब 18 घायलों को निकाला गया. इस हादसे में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं घायल हुए लोगों में से दो लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई.
इंदौर में रामनवमी के दिन मंदिर हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हुई, कुछ लोग अभी भी लापता, बचाव कार्य जारी, सेना ने मोर्चा सँभाला @ABPNews @vivekbajpai84 pic.twitter.com/K8ScIZbkiZ
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) March 31, 2023
नगर निगम तीन पंपों की मदद से बावड़ी से पानी निकालने में लगा हुआ है. साथ ही ऑक्सीजन के साथ गोताखोरों को कुएं में उतारा गया है.मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी मौजूद है. बताया जा रहा है कि बावड़ी में काफी दलदल है.
आर्मी के 70 जवान तैनात
गुरुवार रात 11 बजे महू से आर्मी के करीब 70 जवान पहुंचे. इन जवानों ने लापता लोगों की तलाश बाबड़ी में शुरू की. सेना के ये जवान झूला बवाकर बावड़ी के अंदर झूला बनाकर उसमें जवानों को बैठाकर बावड़ी में लगे सरिए को कटर मशीन से काटा.आशंका जताई जा रही है कि अभी भी कुछ लोग यहां दबे हुए हैं.
ये भी पढ़ें
MP News: जल जीवन मिशन पर गर्म हुई सियासत, BJP के उपलब्धि बताने पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
[ad_2]