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UP Politics: 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने एक बार फिर लाल किले की प्राचीर से तीन बुराइयों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ाई लड़नी है. पीएम मोदी के भाषण पर विपक्ष की भी प्रतिक्रिया आई है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पीएम मोदी और बीजेपी (BJP) को घेरा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का उदाहरण दिखाई नहीं देता.
लाल किले से पीएम मोदी ने परिवारवाद का किया जिक्र
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 81वीं सालगिरह पर वीडियो संदेश जारी कर तीन बातों का आह्वान किया था. उन्होंने परिवारवाद भारत छोड़ो, तुष्टिकरण भारत छोड़ो, भ्रष्टाचार भारत छोड़ो का नारा देते हुए विपक्ष पर निशाना साधा. अंग्रेजों के खिलाफ शुरू किए आंदोलन को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि भारत अब भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण पर एक स्वर में बोल रहा है. पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परिवारवाद के हमसे पहले उदाहरण बने हैं.
“उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को भी देखना चाहिए, वो हमसे पहले उदाहरण बने हैं परिवारवाद के। परिवारवाद अगर किसी ने अपनाया है तो बीजेपी ने खुद।”
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी, सैफई pic.twitter.com/z8VXKvsHAI
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 15, 2023
अखिलेश यादव ने CM योगी को बताया पहला उदाहरण
उन्होंने कहा कि परिवारवाद के उदाहरण हम बाद में बने हैं. सपा प्रमुख ने बीजेपी पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया. अखिलेश यादव सैफई में ध्वजारोहण के बाद पत्रकारों से मुखातिब थे. गौरतलब है कि महंत अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ 1998 में सबसे कम उम्र के सांसद बने थे. गुरु अवैद्यनाथ के राजनीति से सन्यास लेने के बाद योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पारी की शुरुआत हुई. 1998 में 12वीं लोकसभा का चुनाव जीतकर योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद बने. महज 26 साल की उम्र में सांसद बने योगी आदित्याथ अब सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री पद की शोभा बढ़ा रहे हैं. बीजेपी सपा पर परिवार की पार्टी होने का आरोप लगाती है.
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