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IND vs SA Highlights: टीम इंडिया ने पहले वनडे में साउथ अफ्रीका को आसानी से हरा दिया. भारतीय टीम के सामने 117 रनों का टारगेट था, टीम इंडिया ने 16.4 ओवर में 2 विकेट पर 117 रन बनाकर मैच जीत लिया. इस तरह भारतीय टीम 3 वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गई है. टीम इंडिया के लिए गेंदबाजी में अर्शदीप सिंह और आवेश खान ने शानदार प्रदर्शन किया. अर्शदीप सिंह ने 5 विकेट लिए, वहीं आवेश खान को 4 कामयाबी मिली. बाकी का काम बल्लेबाजों ने पूरा कर दिया. बहरहाल, हम नजर डालेंगे साउथ अफ्रीकी टीम की हार के कारणों पर.
क्या टॉस जीतने के बाद एडन मार्करम से गलती हुई?
साउथ अफ्रीकी कप्तान एडन मार्करम ने टॉस जीता, इसके बाद बल्लेबाजी करने का फैसला किया. लेकिन साउथ अफ्रीकी टीम 27.3 ओवर में 116 रनों पर ऑलआउट हो गई. तो क्या एडन मार्करम से गलती हो गई? क्या साउथ अफ्रीकी कप्तान को टॉस जीतकर बल्लेबाजी नहीं करना चाहिए था? दरअसल, जब अर्शदीप सिंह और आवेश खान गेंदबाजी कर रहे थे, उस वक्त ऐसा लगा कि तेज गेंदबाजों को पिच से मदद मिल रही थी. यानी, अगर एडन मार्करम पहले गेंदबाजी का फैसला करते तो शायद टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होता.
अर्शदीप सिंह और आवेश खान की घातक गेंदबाजी
अर्शदीप सिंह और आवेश खान ने शानदार गेंदबाजी की. दोनों गेंदबाजों ने मिलकर साउथ अफ्रीका के 9 बल्लेबाजों को आउट किया. खासकर, पावरप्ले ओवर में अर्शदीप सिंह और आवेश खान को खेलना आसान नहीं था. दोनों गेंदबाजों ने सही लाइन और लेंग्थ पर गेंदबाजी की, इस कारण साउथ अफ्रीकी गेंदबाज लगातार संघर्ष करते रहे.
साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज रन नहीं बना सके
साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज महज 116 रन बना सके. इस तरह टीम इंडिया के सामने 117 रनों का टारगेट था. चूंकि, साउथ अफ्रीकी टीम 116 रनों पर सिमट गई, इस कारण साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों को ज्यादा मौके नहीं मिले. वहीं, भारत के लिए गेंदबाजों के बाद बाकी काम डेब्यू मैच खेल रहे साईं सुदर्शन ने पूरा किया. साईं सुदर्शन 43 गेंदों पर 55 रन नाबाद रन बनाए. श्रेयस अय्यर ने 45 गेंदों पर 52 रनों की पारी खेली.
लगातार पवैलियन का रूख करते रहे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज
साउथ अफ्रीका के 2 बल्लेबाज 3 रनों तक पवैलियन लौट चुके थे. इसके बाद भी विकेट गिरने का सिलसिला नहीं रूका. साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने क्रीज पर रूकने की कोशिश नहीं की. 8 बल्लेबाज 73 रनों तक पवैलियन का रूख कर चुके थे. हालांकि, आखिरी 2 विकेटों ने टीम का स्कोर 116 रनों तक पहुंचाया, यानी 43 रन जोड़े, लेकिन इतने रन भारतीय बल्लेबाजी के सामने नाकाफी थे.
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