आज के ज़माने में ऐसा सुनने में बहुत कम आता है, जहा आनंद पर्बत अपराधियो का हब होने के कारण
डार्क एरिया माना जाता है. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह सुनने में आया है.
थानेदार मुकेश कुमारअंतिल के आने के बाद से आनंद पर्बत थाना क्षेत्र में काफी बदलाहट देखने को मिल रहा है.
थाना क्षेत्र में अमन और सुकून है, क्योंकि अपराधिक तत्व भूमिगत होते नज़र आरहे है.
सो यह कहना गलत नहीं होगा कि P.S:आनंद पर्बत थानेदार मुकेश कुमार के महज 5 माह कार्यकाल में
अपराधी ताकते पस्त और भूमिगत हो गये है
थानेदार मुकेश कुमारअंतिल का थाना आनंद पर्वत क्षेत्र डार्क थाना क्षेत्र माना जाता था
बीते 6 महीने से लगभग अक्टूबर 2020 से थाना क्षेत्र आनंद पर्वत में थानेदार मुकेश कुमार आये है
अब आम जनता अमन और चैन की सांस ले रही है, नहीं तो इससे पहले यह थाना क्षेत्र डार्क थाना क्षेत्र माना जाता था.
जहां असामाजिक तत्व का बोलबाला था. और लॉ एंड ऑर्डर का खस्ता हालत था आम जनता असामाजिक तत्व.
और करप्ट पुलिस कर्मचारियों के आपसी गठजोड़ के दहशत में जी रहे थे. कितने लोगों ने अपना सब कुछ छोड़ कर
यहाँ से जान बचाकर भाग निकले, पर अब इस थाना क्षेत्र के आम जनता में शांति का माहौल है.
और विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह सुनने में आया है, यह थाना क्षेत्र इतना बदनाम है.
कि इस क्षेत्र में तमाम प्रकार के अपराधिक गतिविधियां होती हैं. जिसमें स्थानीय छुट भैया नेता और
कुछ स्थानीय करप्ट पुलिस कर्मचारी और कुछ बिगड़ैल अपराधिक प्रवृत्ति के महिलाओं का तथा
कुछ अपराधिक प्रवृत्ति के नाबालिक युवा युवती का अलग-अलग अपराधिक एक्टिविटीज का सरगना है.
परंतु यह लोग आपस में मिलीभगत गठजोड़ कर अपराध का अंजाम देते है. खास तौर पर इनका मुख्य अपराधिक पेशा लैंड ग्रैबिंग भू माफियागिरी.
परंतु यह लोग आपस में मिलीभगत गठजोड़ कर अपराध का अंजाम देते है.
खास तौर पर इनका मुख्य अपराधिक पेशा लैंड ग्रैबिंग भू माफियागिरी तथा सीधे-साधे लोगों को
अपने महिला गैंग साथियों द्वारा झूठे संगीन अपराधिक केस, बलात्कार, किडनैप, छेड़खानी,
इत्यादि मै फंसा कर धन उगाही करना, तथा वेश्यावृत्ति कराना, जुआ, अवैध शराब आदि के अड्डे चलवाना, इत्यादि पेशा है.
एक्सपोज़ एशिया से खास बात चीत में थानेदार मुकेश कुमार का कहना है, जो भी कानून ब्यवस्था ख़राब करेगा उसे बख्शा नहीं जायेगा
इस गिरोह में कुछ छुट भैय्या नेता भी है, जिनका कुछ आला IPS अधिकारीयों उसे संपर्क है.
जिससे वह लोग स्थानीय पुलिस प्रशासन पर फोन करवा कर दबाव बनाते हैं.
तथा अपने अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं, लेकिन अब बीते चार-पांच महीनों से
इन अपराधिक गैंगो का सरगना टूटने लगा है. और इन गैंगो के सदस्यों में बड़ा भय छाया हुआ है.
अपराधी लोग खौफ में जी रहे हैं. पहले कहां क्षेत्र की आम जनता खौफ में जी रहे थे
और अब इसके विपरीत हो गया है. एक्सपोज़ एशिया से खास बात चीत में थानेदार मुकेश कुमार का कहना है,
जो भी कानून ब्यवस्था ख़राब करेगा उसे बख्शा नहीं जायेगा.
और यह कानून का भय केवल अपराधिक ताकतों में ही नहीं है. बल्कि करप्ट पुलिस कर्मचारी में भी दिख रहा है,
जिनके वजह से कई बार वर्दी दागदार हो जाती है. इस थाना क्षेत्र से प्रतिवर्ष कुछ पुलिस कर्मचारी
भ्रस्ट एक्टिविटीज के कारण सस्पेंट या फिर ट्रांसफर कर दिए जाते है. स्थानीय जनता का कहना है कि जब वह मकान बनाते थे तो
करप्ट पुलिस कर्मचारी था अन्य सरकारी कर्मचारी पैसे लेने के लिए उनके दरवाजे तक दस्तक देते थे. लेकिन पर अब ऐसा नहीं है
करप्ट पुलिस कर्मचारी था अन्य सरकारी कर्मचारी पैसे लेने के लिए उनके दरवाजे तक दस्तक देते थे. लेकिन पर अब ऐसा नहीं है, अब जनता थानेदार मुकेश कुमार अंतिल की तारीफ करती हैं. इनके आने से स्थानीय क्षेत्र में अमन और शांति है, लोगों की नजरों में दिल्ली पुलिस की वर्दी का मान बढ़ गया है . वर्दी को लोग सम्मान की नजरों से देखते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि आने वाले समय में असामाजिक तत्वों की जड़े इस थाना क्षेत्र से पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे.