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बलिया: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को आरोप लगाया कि बीजेपी ने हाल के राज्य विधानसभा चुनावों और 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के दुरुपयोग के कारण जीत हासिल की है। बीजेपी पर हमला बोलते हुए मौर्य ने कहा कि सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नही समझते, ऐसे लोग सनातन विरोधी हैं जबकि ‘ हम उनसे बड़े सनातनी हैं।’
ये जीत पीएम मोदी के करिश्मे की नहीं है: मौर्य
बीते साल जनवरी में बीजेपी छोड़ने वाले और अब सपा के राष्ट्रीय महासचिव मौर्य जिले के रसड़ा क्षेत्र में बौद्ध सम्मेलन से इतर पत्रकारों से बात कर रहे थे। मौर्य ने तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत के संदर्भ में कहा, ‘‘मैं दावे के साथ कहता हूं कि बीजेपी ईवीएम का दुरुपयोग कर चुनाव जीत रही है। यह जीत (प्रधानमंत्री) मोदी या मोदी के करिश्मे की नहीं है, बल्कि ईवीएम के दुरुपयोग की है।’’
उन्होंने कहा कि ईवीएम का दुरुपयोग नहीं हुआ होता तो 2022 के विधान सभा चुनाव में ही उत्तर प्रदेश से बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया होता। सपा नेता ने सनातन धर्म से जुड़े एक सवाल के ज़बाब में कहा,‘‘सनातन धर्म का ढोल पीटने वाले लोग सनातन शब्द का अर्थ ही नहीं समझते। सनातन धर्म भगवान बुद्ध के मुंह से निकला हुआ शब्द है। अपने शिष्यों को संदेश देते हुए अंत में वह कहते थे कि जो मैं कह रहा हूं, वही सनातन धर्म है।”
सनातन धर्म को मानने वालों को लेकर मौर्य ने कही ये बात
स्वामी ने सनातन धर्म को मानने वालों पर प्रहार करते हुए कहा, “ये तो नकल करते हैं। वे बौद्ध धर्म का सनातन लेकर बड़े सनातनी बनते हैं। इनके सनातन में और सच के सनातन में बहुत अंतर है। सच का सनातन जो आदि काल में था, आज भी है एवं वह आगे भी रहेगा।”
मौर्य ने कहा , “जैसे सूर्य सबको प्रकाश देता है। सूर्य अपना प्रकाश देने में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई का भेदभाव नहीं करता। वह ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र में भेदभाव नहीं करता। इसी प्रकार हवा, पानी, अग्नि सबको समान रूप से अपनी शक्ति प्रदान करते हैं। यह सनातन है।”
उन्होंने कृष्ण जन्मभूमि से सटे शाही ईदगाह परिसर के एएसआई सर्वेक्षण के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट की मंज़ूरी और काशी विश्वनाथ विवाद को लेकर आरोप लगाया कि धार्मिक संस्थाएं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही हैं। सपा नेता ने उत्तर प्रदेश में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका को लेकर कहा,‘‘कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार हैं। इंडिया गठबंधन की शुरुआत और पहल उन्होंने की। वह सक्रिय भूमिका निभाते हैं तो स्वागत योग्य है।’’
उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने को लेकर पूछे जाने पर कहा, “इंडिया गठबंधन में आने को लेकर मायावती खुद तय करेंगी, हम सलाह देने वाले कौन होते हैं।” (इनपुट: भाषा)
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