[ad_1]
पटना: राज्य में पिछले छह वर्षों से ‘बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा’ (BTET) का आयोजन नहीं होने के कारण मंगलवार (26 मार्च) को छात्रों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया. ‘बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा’ के आयोजन की मांग की. छात्रों का कहना था कि छह वर्षों इस परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया है. 2017 से लाखों अभ्यर्थी इसका इंतजार कर रहे हैं. छात्रों ने कहा कि आरटीई (शिक्षा का अधिकार) एक्ट के सेक्शन 23 (1) में इस बात का जिक्र किया गया है कि प्रत्येक वर्ष राज्य में एक बार शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन करवाना है.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के गेट पर हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों ने बताया कि 2017 में पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर बिहार शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था. हाई कोर्ट के केस नंबर 14221-2015 में इसका जिक्र किया गया है कि यह परीक्षा प्रत्येक वर्ष हो. छात्रों का कहना था अगले कुछ महीनों में शिक्षक बहाली के लिए बीएससी पार्ट 2 का आयोजन होना है. बीटीईटी का आयोजन नहीं होने के कारण लाखों छात्र शिक्षक बहाली के लिए बीएससी की परीक्षा से वंचित रह जाएंगे.
आनंद किशोर ने कहा- हम कुछ नहीं कर सकते
आगे अभ्यर्थियों ने कहा कि इस पूरे मसले पर मंगलवार की सुबह उन लोगों ने बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर से मुलाकात की, लेकिन उन्होंने कहा कि इसमें वे कुछ नहीं कर सकते हैं. कहा कि शिक्षा विभाग से आदेश होने के बाद ही हम परीक्षा ले सकते हैं. छात्रों ने कहा कि हम लोग शिक्षा मंत्री से ही मिलेंगे. सरकार को अगर शिक्षक बहाली के लिए बीएससी पार्ट 2 की परीक्षा ले रही है तो भी BTET की परीक्षा जल्द ली जानी चाहिए. छात्रों ने कहा कि शिक्षा विभाग बीटीईटी लिए बगैर बीएससी का एग्जाम लेता है तो हम लोग बिहार के लाखों छात्र इसका विरोध करेंगे.
यह भी पढ़ें- Nitish Kumar: नीतीश कुमार का तूफानी निरीक्षण, समय पर नहीं मिले कई मंत्री, CM ने चंद्रशेखर को लगा दिया फोन
[ad_2]