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संजीव चौबे | पटना22 मिनट पहले
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हाजीपुर में नवंबर 2019 में देश के सबसे बड़े गोल्ड लूटकांड को अंजाम दिया गया। अपराधियों ने मुथूट फाइनेंस कंपनी से 55 किलो सोना लूटा। 10 सितंबर को इस लूटकांड के एक आरोपी हनी सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
हनी अपने साथियों से लूट के ढाई किलो मांग रहा था। वो इस लूट में उसका हिस्सा था। साथियों को डर था कि उसे मना किया तो पुलिस के सामने मुंह ना खोल दे। साथियों ने 1 किलो सोना देने की बात कहकर उसे बुलाया और हत्या कर दी।
इस हत्या में 4 लोग शामिल थे,सीसीटीवी के आधार पर 3 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। दो बाइक, 2 पिस्टल और 240 कारतूस बरामद हुए थे। चौथा अपराधी चंचल अभी भी फरार है।
चंचल भी हनी राज के साथ सोना लूटकांड में शामिल था। इस पूरे लूटकांड का मास्टरमाइंड चंचल ही था। वह पकड़ा नहीं गया था, लेकिन, हनी की हत्या में चंचल ही शामिल था। पढ़िए देश के सबसे बड़े गोल्ड लूटकांड की पूरी कहानी…
अपने हिस्से के पैसों से बिजनेस करना चाहता था हनी
हनी राज के दोस्त पवन ने दैनिक भास्कर से बताया कि हनी राज सोना लूट कांड में जेल से बेल पर मार्च में बाहर आया। चंचल से संपर्क किया। हनी ने कहा मुझे मेरे हिस्से का सोना चाहिए। चंचल ने कहा कि तुम लोगों ने अपने हिस्से का सोना पकड़वा दिया। हनी ने कहा कि मुझे अपनी बहन की शादी करनी है। तुम लोगों की वजह से बर्बाद हो गया हूं। अब मुझे अपना बिजनेस करना है।
मुझे अपने हिस्से के सोने से आगे का जीवन चलाना है। चंचल सोना नहीं देना चाहता था, लेकिन उसको डर था कि कहीं गुस्से में आकर हनी पुलिस से मेरी मुखबिरी ना कर दे। इसीलिए चंचल ने हनी से मिलने के लिए एक षड्यंत्र रचा। चंचल ने मिलकर 1 केजी सोना देने की बात की। हनी ने सोचा एक केजी सोना भी बहुत होता है। फिलहाल यह ले लेता हूं।
पवन ने बताया कि चंचल 1 किलो सोना देने की बात कहकर हनी को बुलाया था।
हनी ने ही चंचल से सोना लेने वहां बुलाया था
पवन ने बताया कि हनी नहीं चाहता था कि उसके घर के आसपास सोने का लेनदेन हो। हनी चाहता था कि किसी सुनसान जगह पर ही यह लेनदेन हो। इसलिए हनी ने मेरा घर चुना। मेरे घर के पास शाम को काफी सुनसान रहता है।
हत्या के दिन पहले अपनी दादी से कहा कि पवन की तबीयत खराब है, मैं उसी के घर जा रहा हूं। आने में थोड़ी देर होगी। हनी मेरे यहां चला आया। वहां कुछ देर रुकने के बाद हनी रोड पर आया और चंचल को फोनकर बुलाया।
हनी टहलते हुए गली से निकलकर सड़क तक आ गया। सड़क पर तीन दुकानें हैं, जो 7 से 7:30 तक बंद हो जाती हैं। वहीं चंचल अपने दोस्तों के साथ आता है। आते ही चंचल हनी पर गोली चलाने लगता है। हनी भागता है। उसको दौड़ा कर गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। पूरा घटनाक्रम एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
इस दुकान के बगल में ही हनी का घर है।
चंचल और हनी पुराने दोस्त थे
हनी के एक पड़ोसी दुकानदार ने बताया चंचल और हनी राज एक दूसरे को कई सालों से जानते हैं। दोनों में अच्छी दोस्ती थी। दोनों आसपास ही रहते थे। चंचल जहां बड़ी-बड़ी चोरी में शामिल रहता था। वहीं हनी छोटी-मोटी चोरियां करता था। चंचल हथियार के बल पर चोरी करता था।
हनी छोटी-मोटी चोरियों से खुश रहता था। चंचल कई बार हनी को अपने साथ बड़ी चोरी करने की बात करता था। कहता था हमारे ग्रुप में शामिल हो जाओ बहुत पैसा मिलेगा। हनी बड़े लफड़े में पड़ने के डर से मना कर देता था। चंचल कई बार हनी को हथियार का भी लालच देता था।
हनी को 7 गोलियां मारी गई थीं। मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी।
कहां से हनी को मिली सोना लूटने की ट्रेनिंग
2017 के दिसंबर में हनी हाजीपुर बस स्टैंड से बैग और लैपटॉप चोरी करते पकड़ा गया। इसके बाद हनी को जेल हो गई। चंचल ने पहले से हाजीपुर जेल में बंद सोना लूट कांड के मास्टरमाइंड पंकज को इसकी सूचना दी। चंचल ने पंकज से कहा कि हनी मेरा दोस्त है उसका ख्याल रखना। हनी जब जेल के अंदर आया तो पंकज ने बहुत इज्जत दी। अपने ही वार्ड में रखवाया। पंकज ही हनी के खाने पीने से लेकर सब बातों का ध्यान रखने लगा।
धीरे-धीरे हनी को पंकज की लाइफ स्टाइल, कैदियों में उसकी पकड़, जेल के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों के बीच पहुंच अच्छी लगने लगी। हालांकि हनी इसके पहले भी जेल जा चुका था। पंकज ने जो हनी के लिए किया, हनी को बहुत अच्छी लगा।
हनी ने खुद पंकज से अपने साथ काम पर लगाने को कहा। जिसके बाद हनी की ट्रेनिंग शुरू हुई। पंकज ने ही हनी का बेल कराया। उसके बाद हनी और चंचल ने मिलकर अपने अन्य साथियों के साथ देश के सब से बड़े सोना लूट कांड की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने हनी हत्याकांड में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
कौन है पंकज उर्फ बेचू
पंकज हाजीपुर के भगवानपुर का रहने वाला है। पंकज के ऊपर 17 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। पंकज ने अभी तक लगभग 24 लूट की घटना को अंजाम दिया है। सोना लूटने के मामले में यह इतना शातिर है कि मध्यप्रदेश के कटनी में हुए सोना लूट मामले में कटनी पुलिस ने पंकज को पूछताछ के लिए दो बार रिमांड पर लिया था। पंकज ने अकेले ही राजस्थान के मुथूट फाइनेंस से 10 केजी सोना लूट लिया था।
छोटी सी दुकान चलाती हैं हनी की दादी।
55 केजी सोने के बंटवारे का हिसाब
8 लोग इस लूटकांड में शामिल थे। तय हुआ था कि लूट में आधा हिस्सा मास्टरमाइंड चंचल का होगा। बाकी आधे में 7 लोगों को मिलता, लेकिन इसमें 6 लोगों की गिरफ्तारियां हुई। पुलिस ने 18 केजी सोना बरामद कर लिया।
जेल से बाहर आने के बाद हनी का कहना था कि लूट का 37 केजी सोना बचा हुआ हुआ है। तय बात के मुताबिक इसमें मेरा 2.5 किलो सोना बनता है। चंचल का कहना था कि तुम लोगों ने अपने हिस्से का 18 किलो सोना पुलिस से पकड़वा है। कुछ सोना मेरे पास भी पकड़ा गया है।
इसके बाद हनी अड़ गया। मैं बर्बाद हो गया हूं। इसी पैसे से कोई बिजनेस करूंगा। सोना नहीं मिला तो पुलिस को सब कुछ बता दूंगा। चंचल ने सोचा इसको रोकना होगा कही ये पुलिस से सब कुछ ना बता दे। इसीलिए चंचल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हनी को एक किलो सोना देने के बहाने बुलाया और हत्या कर दी।
हनी की दादी अब अकेली हो गई है।
दादी का अकेला सहारा था हनी
हनी राज के पिता सब छोड़ के बाहर कमाने के लिए चले गए। हनी की मां का देहांत कई वर्ष पहले हो गया था। हनी की बहन बुआ के पास रहती है, जो बगल में ही है। हनी की दादी राजिया ने बताया कि हनी की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन, उसकी संगति गलत लोगों से हो गई। इसके बाद सोना लूटकांड की घटना को इन लोग अंजाम दिए। हनी पकड़ा गया। जेल से बाहर आने के बाद चंचल से पैसा मांगा। इससे नाराज हो कर चंचल ने मेरे पोते की जान ले ली। अब हमारा कोई नहीं है। इकलौता सहारा चला गया।
हनी के घर के बगल में रहने वाली नवसीन ने बताया कि हनी को बचपन से देख रहे थे। यहीं जन्म हुआ, लेकिन आज तक आसपास किसी से कोई विवाद नहीं हुआ। हनी को गलत दोस्तों के चक्कर में पड़कर आज जान गंवानी पड़ी।
क्या कहती है पुलिस
हाजीपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश ने बताया कि सोने के बटवारा में ये हत्या हुई है। इस हत्या में 4 लोग शामिल थे। जिसमें 3 को पकड़ा गया है। चौथे अपराधी को भी खोज लिया गया है। एक से दो दिन में उसको भी पकड़ लिया जाएगा।
10 सितंबर को हुई हनी की हत्या
10 सितंबर को हनी राज की हत्या हुई थी। करीब छह महीने पहले ही हनी राज जेल से जमानत पर बाहर आया था। बदमाशों ने हनी राज का पीछा कर उसे ताबड़तोड़ 7 गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया था। जिसके आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है।
2019 में हुई थी 55 किलो सोने की लूट
बता दें कि हाजीपुर में 23 नवंबर 2019 को मुथूट फाइनेंस कंपनी से 55 किलो सोने की लूट हुई थी। 8 बदमाशों ने 55 किलो सोने की लूट की थी। उस वक्त लूटे गए सोने की कीमत 20 करोड़ थी। लूटे गए सोने में से पुलिस ने अब तक केवल 18 किलो सोना बरामद किया है।
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देश के सबसे बड़े गोल्ड लूटकांड (55 KG) के आरोपी हनी राज की हत्या लूट के सोने के बंटवारे में हुई थी। पुलिस ने मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में हत्या की बात स्वीकार की है। साथ ही पुलिस को बताया है कि सोने के बंटवारे में हनी राज गड़बड़ी कर रहा था। इसलिए उसे मार डाला।
पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल 2 बाइक, पिस्टल और 240 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। सीसीटीवी के आधार पर सभी आरोपियों की पहचान हुई थी। इसके बाद ये गिरफ्तारी हुई है। पूरी खबर पढ़िए..
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