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दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल (Google) ने बीटा यूजर्स के लिए जीबोर्ड (Gboard) में एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बेस्ड प्रूफरीड फीचर शुरू की है. जीबोर्ड एडिशन 13.4 के साथ कीबोर्ड के टूलबार में प्रूफरीड ऑप्शन दिखाई देता है। यह फिलहाल एंड्रॉइड पर बीटा में उपलब्ध है। 9to5Google की रिपोर्ट के मुताबिक,इसका फायदा यूजर्स को सीधे तौर पर मिलने वाला है। यूजर्स को वर्तनी या व्याकरण त्रुटियों के लिए अपने टेक्स्ट की जांच करने की परमिशन मिलती है, यह सब जेनरेटिव एआई द्वारा संचालित होता है।
कैसे करेगा यह काम
खबर के मुताबिक, 9to5Google ने बताया कि यह फीचर पिक्सेल फोल्ड पर गूगल के सामान्य जेनरेटिव AI सिम्बल के साथ Fix it संकेत के रूप में दिखाई दी। फिर एक पॉप-अप बताता है कि प्रूफरीडिंग कैसे काम करती है। अगर आप इस फीचर (Google Proofread feature) को एनेबल करते हैं तो टेक्स्ट प्रोसेसिंग के लिए Google को भेजा जाएगा। पॉप-अप मैसेज में लिखा है, जिस टेक्स्ट को प्रूफरीड किया गया है उसे गूगल को भेजा जाएगा और व्याकरण और राइटिंग एडवाइस बनाने के लिए अस्थायी रूप से प्रोसेस किया जाएगा। यहां ध्यान रहे, यूजर्स इस फीचर का इस्तेमाल तभी कर पाएंगे जब वे इन नियमों और शर्तों को स्वीकार करेंगे।
ऑटोमैटिक तौर पर त्रुटियां ठीक हो जाएंगी
जीबोर्ड (Gboard) के टूलबार में Proofread टैप करने से यूजर के टेक्स्ट को प्रोसेस किया जाता है और वर्तनी और व्याकरण सुधार, जैसे विराम चिह्न के लिए सुझाव उपलब्ध कराए जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान सुझावों के साथ Fix it बटन दिखाई देगा और क्लिक करने पर ऑटोमैटिक तौर पर त्रुटियां ठीक हो जाएंगी। इसके अलावा, खबर यह भी है कि गूगल (Google) अपने एंड्रॉयड ब्रांड को बदलने की अनाउंसमेंट की है।
आपको बता दें, इसमें सभी लोअरकेस अक्षरों के बजाय कैपिटल ए के साथ Android को अपनाया गया है। बग ड्रॉइड लोगो को 3डी अवतार में अपडेट किया गया है। कंपनी A को बड़ा करके एंड्रॉयड लोगो को ऊंचा कर रही है, जो Google के लोगो के बगल में रखे जाने पर इसकी मौजूदगी में और ज्यादा वेट जोड़ती है।
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