[ad_1]
दिल्ली: पुलिस ने शुक्रवार को एक जोड़े को कथित तौर पर एक महीने के बच्चे का अपहरण करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पति-पत्नी का कहना है कि, उनकी बेटी बार-बार जिद कर रही थी इस बार रक्षा बंधन त्योहार पर राखी बांधने के लिए उसे अपना भाई चाहिए। पुलिस के मुताबिक, टैगोर गार्डन के रघुबीर नगर निवासी संजय गुप्ता (41) और अनीता गुप्ता (36) के 17 वर्षीय बेटे की पिछले साल मौत हो गई थी और उसके बाद उनकी बेटी बार-बार एक भाई की मांग कर रही थी।
गुरुवार की सुबह 4.34 बजे पुलिस को एक दिव्यांग महिला के नवजात के अपहरण की सूचना मिली। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि छत्ता रेल चौक पर फुटपाथ पर रहने वाले शिकायतकर्ता दंपति ने आरोप लगाया कि जब वे सुबह करीब तीन बजे उठे तो उन्हें पता चला कि उनका बच्चा गायब है और उन्हें संदेह है कि किसी ने उसका अपहरण कर लिया है।
सीसीटीवी कैमरे से हुआ किडनैपिंग का खुलासा
जांच के दौरान पुलिस ने आसपास के इलाके के सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो बाइक सवार दो लोग इलाके में घूमते दिखे। अधिकारी ने कहा, उन्होंने लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों की जांच की और एलएनजेपी अस्पताल तक उनका पता लगाया। अधिकारी ने कहा, इसके बाद, पुलिस ने सभी विवरणों का विश्लेषण किया और पाया कि कथित बाइक संजय के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इसके बाद हथियारों से लैस करीब 15 पुलिसकर्मियों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी। पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा, वे टैगोर गार्डन के रघुबीर नगर में सी-ब्लॉक गए जहां उन्हें आरोपी दंपति और अपहृत बच्चा मिल गया।
इस वजह से किया किडनैप
उन्होंने बताया कि संजय और अनीता ने खुलासा किया कि उनके बेटे की पिछले साल 17 अगस्त को छत से गिरने के बाद मौत हो गई थी और उनकी 15 वर्षीय बेटी रक्षा बंधन पर राखी बांधने के लिए एक भाई की मांग कर रही थी। इसलिए, उन्होंने एक बच्चे के अपहरण करने का फैसला किया। कलसी ने कहा कि दंपति ने छत्ता रेल चौक के पास इस शिशु को अपनी मां से कुछ दूरी पर सोते हुए पाया और उसका अपहरण कर लिया। पुलिस ने बताया कि पेशे से टैटू कलाकार संजय पहले तीन आपराधिक मामलों में शामिल था, जबकि अनीता एक मेहंदी कलाकार है।
[ad_2]
Source link