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मोतिहारी31 मिनट पहले
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भारतीय मुद्रा का अवमूल्यन करने की साजिश रचने वाला एनआईए का 1 लाख का इनामी वांटेड असलम उर्फ गुलटेन को मोतिहारी पुलिस ने भारत-नेपाल सीमा रक्सौल से सोमवार देर शाम गिरफ्तार किया था। एनआईए, रॉ और आयकर ने 24 घंटे तक असलम से पूछताछ की है। इस दौरान असलम ने अपने कई सार्गिदों के नाम का खुलासा किया है। एनआईए और मोतिहारी पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है। फिलहाल एनआईए उसे दिल्ली ले गई है। मालूम हो कि मुजफ्फपुर में 2022 में जाली नोट के साथ 2 लाख का इनामी तस्कर सुधीर कुशवाहा गिरफ्तार हुआ था। असलम का इससे संपर्क है। सुधीर के पकड़े जाने के बाद जाली नोट के काम में रुकावट न हो जिम्मा असलम को दे दिया गया।
सुधीर कुशवाहा, इसकी गिरफ्तारी के बाद जाली नोट खपाने की जिम्मेदारी असलम को दी गई।
1 माह से तस्कर हो रही थी रेकी
सुधीर के जेल जाने के बाद भारत में जाली नोट खपाने का काम असलम देख रहा था। इसको लेकर वह कई बार रक्सौल के सिमाई क्षेत्र में देखा गया था। जिसके बाद एनआईए और पुलिस सतर्क हो गई। मोतिहारी एसपी आंतेश कुमार मिश्रा ने सदर एएसपी राज के नेत्रित्व में पिपरा कोठी थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, घोड़ासहन थानाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा, टेक्निकल सेल प्रभारी मनीष कुमार को लगाया। पिछले 1 माह से असलम की रेकी की जा रही थी। जैसे वह नेपाल से रक्सौल में प्रवेश किया वैसे ही टीम ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस की गिरफ्त में असलम।
बड़े पैमाने पर आने वाला था जाली नोट का खेप
असलम ने कहा कि भारतीय मुद्रा का अवमूल्यन करने के लिए रक्सौल के रास्ते भारत के अन्य कोने में जाली नोट का बड़ा खेप लाने की तैयारी थी। इसको लेकर कई बार सिमाई क्षेत्र में बैठक की जा चुकी थी। बस इंतजार हो रहा था, पैसा आने का। असलम ने कहा कि उसका जाली नोट का तार पाकिस्तान, बंगलादेश, मलेशिया और दुबई से जुड़ा है। पाकिस्तान और मलेशिया में जाली नोट की छपाई होती है। वहां से नेपाल आता और रक्सौल बॉर्डर के रास्ते भारत के अन्य कोने में भेजने की तैयारी थी। इसको लेकर टीम भी बना ली गई थी।
एसपी कांतेश मिश्रा ने कहा कि 24 घंटे की पूछताछ के बाद एनआईए की टीम उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लेकर चली गई। उससे मिलने मिली जानकारी के आधार पर सिमाई क्षेत्र छापेमारी की जा रही है।
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