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बालासोर: बालासोर ट्रेन हादसे की जांच सीबीआई ने संभाल ली है। आज दोबारा सीबीआई की टीम घटनास्थल का मुआयना करेगी और इंटर लॉकिंग सिस्टम एवं सिग्नलिंग सिस्टम की जांच करेगी। इससे पहले कल भी सीबीआई की टीम ने घटनास्थल और रेलवे स्टेशन का मुआयना किया था। सीबीआई की टीम ने रेलवे की जांच की प्राथमिक रिपोर्ट को भी पढ़ा और उन सभी रेल कर्मचारियों और अधिकारियों के बयान का स्टडी किया जो हादसे के समय ड्यूटी पर मौजूद थे।
अधिकारियों और कर्मचारियों का दोबारा बयान लेगी सीबीआई
जानकारी के मुताबिक CBI इस हादसे से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का दोबारा बयान लेगी। सीबीआई साजिश के हर एंगल पर काम कर रही है। कल पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम स्टेशन पर मौजूद रजिस्टर और अन्य डॉक्यूमेंट अपने साथ ले गई। सीबीआई अधिकारियों ने स्टेशन मैनेजर से अनौपचारिक तौर पर उनके केबिन में पूछताछ की थी। CBI डाटा लॉगर रिकॉर्ड्स का भी बारीकी से अध्ययन कर रही है, ये एक अहम पहलू है जिससे हादसे की असली वजह का पता चल सकता है।
रेल मंत्रालय के अनुरोध पर सीबीआई ने जांच शुरू की
रेल अधिकारियों को शुरुआती जांच में ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम’ के साथ छेड़छाड़ का संकेत मिलने और दुर्घटना के पीछे ‘‘तोड़फोड़’’ की आशंका जताए जाने के बाद सीबीआई को मामले की जांच सौंपी गई। ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम’ के जरिए ट्रेन की मौजूदगी का पता लगता है। रेल मंत्रालय के अनुरोध पर सीबीआई ने दो जून को इस संबंध में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
हादसे में 278 लोगों की मौत
ओडिशा के बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे तीन ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। देश के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में 278 लोगों की मौत हो गई और 1100 से अधिक घायल हो गए। विशेषज्ञों ने कहा है कि दोनों यात्री ट्रेन तेज रफ्तार में थीं, इस कारण से भी दुर्घटना में इतने ज्यादा लोग हताहत हुए।
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