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बेतिया42 मिनट पहले
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नाबालिग छात्र की मौत से बेसुध माता-पिता।
बेतिया में नाबालिग छात्र की मौत का मामला उलझता जा रहा है। बच्चे के परिजन बेसुध हैं। मृतक छात्र की मां का कहना है कि जब बेटे के पास चॉकलेट खाने के पैसे नहीं थे तो जहर खरीदने के लिए कहां से आए। बच्चे की मौत 2 मई को हुई थी।
पुलिस ने मंगलवार को सीसीटीवी फुटेज बरामद किया जिसमें स्मार्ट मॉल के मैनेजर ने नाबालिग छात्र पर चॉकलेट चोरी का आरोप लगाकर उसके साथ मारपीट की थी। इसके दो से तीन घंटे बाद बच्चे की लाश मिली। साथ में कीटनाशक की खाली शीशी भी मौके पर मिली थी। मामला चनपटिया थाना क्षेत्र के टिकुलिया चौक का है।
मंगलवार को दैनिक भास्कर ने बच्चे के माता-पिता से बातचीत की। इस दौरान उसकी मां ने साफ कहा कि वो पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। बेटा के पास चॉकलेट खाने के पैसे नहीं थे, वो जहर कहां से लाएगा। मैं बस इतना जानना चाहती हूं। बच्चे के पिता का कहना है कि सुबह छह बजे स्कूल जाने से पहले उसने पैसे मांगे थे। मेरे पास थे नहीं तो मैं दे नहीं पाया। जब उसके पास पैसे नहीं थे तो वो मॉल में क्या करने गया ये मुझे नहीं पता।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज दिखाया। बेटे पर आरोप लगा था कि उसने चॉकलेट चोरी की है। छोटा-छोटी क्लिप दिखाई जा रही जिसमें मैनेजर बच्चे से पूछताछ कर रहा था। थप्पड़ मार रहा था।
पिता बोले कि पुलिस ने अब तक न उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखाई है और न ही मॉल में लगे सीसीटीवी का पूरा वीडियो दिखाया है। छात्र के पिता का कहना है कि पुलिस उन्हें सीसीटीवी फुटेज का छोटा-छोटा क्लिप दिखा रही। मेरे बेटे को मरे हुए 8 दिन हो गए, लेकिन आज तक पुलिस न ही उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिखा पाई और न फुटेज।
हालांकि मॉल वाले इंसीडेंस के बाद बच्चा कहां गया, उसके पास जहर कहां से आया, इन सभी सवालों पर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने बच्चे का बैग और साइकिल जब्त कर लिया है जो स्टोर के मैनेजर ने लिया था। उधर, बच्चे के परिजन भी बार-बार कह रहे कि बेटे के पास चॉकलेट खाने के पैसे नहीं थे तो कीटनाशक कहां से खरीदेगा।
चीनी मिल ग्राउंड में छात्र का पड़ा मिला था शव
घटना दो मई को चनपटिया थाना क्षेत्र के टिकुलिया चौक की है। एक निजी स्कूल का छठी कक्षा का 12 साल के नाबालिग छात्र कोई सामान खरीदने स्मार्ट प्वाइंट शॉपिंग मॉल पहुंचा था। वहां मॉल में उस पर चॉकलेट चोरी करने का आरोप लगा था। स्टोर मैनेजर पवन दुबे द्वारा नाबालिग छात्र को स्टोर में ले जाकर चार से पांच थप्पड़ मारा गया था। साथ ही स्कूल बैग और साइकिल को रख लिया गया था। कुछ देर बाद नाबालिग छात्र का चीनी मिल ग्राउंड में शव पड़ा मिला। उसके मुंह से झाग आ रहा था। शव के पास कीटनाशक की खाली शीशी भी मिली थी।
सदर एसडीपीओ महताब आलम ने कहा था कि जहर खाने से लड़के की मौत हुई है। उसी दिन पिता ने स्टोर के मैनेजर समेत तीन पर एफआईआर दर्ज कराई थी। आत्महत्या के लिए उकसाना और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जल्द ही मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि पवन दुबे शिकारपुर थाना के हरसरी परैनिया गांव के निवासी विजय दुबे का पुत्र हैं। गिरफ्तारी के भय से वह फरार हो गया है। जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएग। हालांकि घरवालों का कहना है कि मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। अब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी उनको नहीं दिखाई गई है।
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