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Cyclone Mocha: मोचा चक्रवात आज बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। लिहाजा इसके आस-पास के कई तटीय इलाकों पर तेज हवाएं और भारी बारिश का अनुमान है। दरअसल, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना जिसके चक्रवात में बदलने और इस सप्ताह के अंत तक बांग्लादेश-म्यांमा तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार हैं।
IMD के भुवनेश्वर सेंटर के डायरेक्टर एचआर बिस्वास ने कहा कि 10 मई के बाद गंभीर से बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान आने की संभावना है। IMD ने बताया कि 11 मई को चक्रवात मोचा के भयंकर तूफान में बदलने के बाद हवाएं 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इसके 13 मई तक कमजोर पड़ने की संभावना है।
IMD ने मोचा चक्रवात को लेकर क्या कहा
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने इसकी पुष्टि की थी। महापात्रा ने एक बयान में कहा, ‘‘यह चक्रवात मोचा शुरू में 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर और उसके बाद फिर उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में बांग्लादेश-म्यांमा तटों की ओर बढ़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, मोचा चक्रवात के 10 मई को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व और 11 मई तक बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। इसके बाद मोचा चक्रवात के धीरे-धीरे मुड़ने और उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों, नौका और छोटी नौकाओं को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने का सुझाव दिया है। इस चक्रवात का नाम मोचा (मोखा) रखा गया है। यह नाम यमन ने दिया है। मौसम विभाग ने कहा, ‘‘दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर में जो लोग हैं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लौटने की सलाह दी जाती है, वहीं मध्य बंगाल की खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर के लोगों को 9 मई से पहले लौटने की सलाह दी जाती है।’’ 8 मई से 12 मई तक अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास पर्यटन, तटीय गतिविधियों पर नजर रखने का सुझाव दिया गया है।
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