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बक्सर6 घंटे पहले
बक्सर थर्मल पावर में उपद्रव के बाद क्षेत्र में शांति व्यवस्था बने रहे है इसके लिए बनारपुर गांव के 42 किसानों पर होली से पहले 107 का नोटिस दिया गया है।जिसके साथ किसानों को एक लाख रुपये का बॉन्ड भरने का पत्र दिया गया है। जिससे किसानों में आक्रोश देखा जा रहा है। यह नोटिस किसानों को दुसरीं बार मिला है। एक बार बसन्तपंचमी से पहले मिला था। किसान अपनी मांगों को लेकर 142 दिन से आंदोलन कर रहे है। इस दौरान दो बार किसानों पर लाठियां बरसाई गई। तो वहीं 11जनवरी को देश की सबसे बड़ी परियोजना 1320 मेगा वाट थर्मल पावर में उपद्रव और आगजनी के बाद केंद्र सरकारी की योजना की रफ्तार धीमी पड़ गई है। लेकिन उपद्रव दोबारा न हो इसके लिए जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है।
किसान मुन्ना तिवारी द्वारा बताया गया कि अपनी मांगों को लेकर हमलोग 142 दिन से धरने पर बैठे हुए है। आज भी धरना पर बैठ अपनी मांगों पर चर्चा किया जा रहा था। तभी शाम 5 बजे के लगभग स्थानीय चौकीदार द्वारा SDO कार्यालय द्वारा बनारपुर गांव सहित लगभग 42 किसानों के विरुद्ध निर्गत 107 का नोटिस की प्रति साथ में एक लाख का व्यक्तिगत बांड लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए तथा प्रशासनिक आदेश का हवाला देते हुए दबाव बनाने लगे कि एक लाख के बंध-पत्र पर आपलोग हस्ताक्षर बना दीजिये। किसानों का कहना था कि SDO द्वारा बदले कि भावना से प्रेरित होकर अपने प्रशासनिक अधिकार का दुरूपयोग कर रहे है।
जिसको पुलिस ने पीटा था उनको भी नोटिस
बक्सर के बनारपुर गांव में जिस नरेंद्र तिवारी के घर मे आधी रात को पुलिस छत के रास्ते घूंस कर किसानों के बीबी और नाबालिक बच्चों को पीटा था। उनके घर भी चार सदस्यों को होली में शांति भंग न हो 107 का नोटिस एक लाख के बॉण्ड पेपर के साथ दिया गया है।
किसान अंशु चौबे ने बताया कि इसके पहले भी स्थानीय प्रभावित ग्रामीणो पर SDO,चौसा CO ,थाना प्रभारी तथा STPL,कम्पनी द्वारा फर्जी मुकदमा किया गया था। सभी फर्जी मुकदमों मे न्यायालय द्वारा सभी लोगों को जमानत देते हुए राहत दिया गया है। इसके बावजूद भी कार्रवाई किया जा रहा है जबकि 10 एवं 11 जनवरी के मध्य रात्रि मे किसानों के घर मे घुसकर महिलाओं के साथ मारपीट के दोषियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई।
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