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Jabalpur Double Murder Case: मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई है. रेलवे कर्मचारी और उसके आठ साल के पुत्र की हत्या सिविल लाइन्स स्थित फ्लैट में कर दी गई. पुत्र का शव तो फ्रिज के भीतर मिला. रेलवे कर्मचारी की गायब पुत्री के मोबाइल से रिश्तेदार को भेजे वॉइस मैसेज से इस जघन्य हत्याकांड की जानकारी मिली. इसमें किसी मुकुल सिंह नामक युवक के हत्यारा होने की बात कही गई.
जबलपुर के एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि सिविल लाइन्स स्थित रेलवे की मिलेनियम कालोनी में रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा और उनके आठ साल के पुत्र तनिष्क की हत्या कर दी गई है. पिछले साल सितंबर में 363 का एक मुकदमा उनकी बेटी की तरफ से मुकुल सिंह नाम के युवक के खिलाफ कायम हुआ था. मुकुल सिंह के खिलाफ 363 और पास्को एक्ट का मुकदमा दर्ज करके उसकी गिरफ्तार हुई थी. कुछ दिन बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया था.
#मध्य प्रदेश के #जबलपुर शहर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई है.रेलवे कर्मचारी और उसके आठ साल के पुत्र की हत्या सिविल लाइन्स स्थित फ्लैट में कर दी गई.पुत्र का शव तो फ्रिज के भीतर मिला.रेलवे कर्मचारी की गायब पुत्री के अपहरण की आशंका@abplive @DGP_MP @SPJabalpur @Manish4all pic.twitter.com/KDCgmMWUvG
— AJAY TRIPATHI (ABP News) (@ajay_media) March 15, 2024
एक कमरे के सोफे पर मिले मृत
अभी तक जो सूचना है, उसमें आज सुबह मृतक राजकुमार विश्वकर्मा के इटारसी में रहने वाले भाई की बेटी के फोन पर एक वॉइस मैसेज आया, जिसमें राजकुमार विश्वकर्मा की 14 साल की बेटी आर्या ने बताया कि उनके फादर और भाई का मर्डर मुकुल ने कर दिया है.
एसपी आदित्य प्रताप सिंह के मुताबिक जब घर का दरवाजा तोड़कर पुलिस पहुंची तो राजकुमार विश्वकर्मा एक कमरे के सोफे पर मृत मिले. वहीं,उनके पुत्र का शव फ्रिज के अंदर मिला. घटना के बाद से राजकुमार विश्वकर्मा की नाबालिग पुत्री की भी कोई जानकारी नहीं है. पुलिस मुताबिक मामला संदिग्ध है. फिलहाल राजकुमार विश्वकर्मा की गायब बेटी के साथ संदिग्ध आरोपी मुकुल सिंह की तलाश की जा रही है.
परिवार को नहीं हो रहा है भरोसा
पुलिस के मुताबिक मृतक राजकुमार विश्वकर्मा रेलवे में ऑफिस सुपरिटेंडेंट के पद पर कार्यरत थे और यहां अपनी बेटी एवं बेटे के साथ रहते थे.
घटना की जानकारी मिलते ही एफएसएल की टीम और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे. घटना की खबर मिलने के बाद राजकुमार विश्वकर्मा और उनके परिजन इटारसी से जबलपुर पहुंचे. उनका रो-रो कर बुरा हाल है. उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा है कि इतनी जघन्य घटना उनके परिवार में घट सकती है.
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