गांधी अंबेडकर के बीच जो पूनापैक्ट हुआ था , अगर पं. नेहरू नही होते तो लागू हो पाता ? कदापि नही

यह चुप्पी की साजिश है: डॉ. बी.आर. अम्बेडकर

गांधी अंबेडकर के बीच जो पूनापैक्ट हुआ था , अगर पं. नेहरू नही होते तो लागू हो पाता ? कदापि नही. आज पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और श्रीमती इंदिरा गांधी एससी-एसटी ओबीसी और सामान्य वर्ग चारों के लिए उपेक्षा के पात्र हैं। ऐसा काम ही किया है। जिस तरह भाजपा ने पूंजीवादी पैटर्न पर चलकर … Read more

सावधान भारतीय जनता

सावधान भारतीय जनता

” *सावधान भारतीय जनता* ” *भारत में कई पढ़े-लिखे लोग भी निजीकरण को बहुत हल्के में ले रहे हैं।* *निजीकरण एक “गुलामी का पेंच” है जो धीरे-धीरे आपका गला घोंट देगा !!* *वह समय दूर नहीं जब इतिहास पढ़ाया जाएगा जो भारत की आखिरी सरकारी ट्रेन, आखिरी सरकारी बस,आखिरी सरकारी बिजली कंपनी, आखिरी सरकारी हवाई … Read more

एक बोध कथा सांपों के देश में एक ऐसा नेवला पैदा हो गया

एक बोध कथा सांपों के देश में एक ऐसा नेवला पैदा हो गया, जो सांपों से ही क्या, किसी भी जानवर से लड़ना नहीं चाहता था. सारे नेवलों में यह बात फैल गयी. वे कहने लगे, अगर वह किसी और जानवर से लड़ना नहीं चाहे, तो कोई बात नहीं, मगर सांपों से लड़ना और उनका … Read more

साख के संकट और विवादों के घेरे में, इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट, ईडी

साख के संकट और विवादों के घेरे में, इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट, ईडी ——————————————————– पिछले आठ सालों में, जिस तरह से सरकार ने, कुछ विशेषज्ञ जांच एजेंसियों को एक खास उद्देश्य से अनुकूलित किया है, उसका सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ कि, वे जांच एजेंसियां सरकार के बजाय, सत्तारूढ़ दल या बेहतर होगा यह कहें कि, एक … Read more

*भाजपा 29 में से केवल 6 राज्यों में ही स्पष्ट बहुमत में है।*

*भाजपा 29 में से केवल 6 राज्यों में ही स्पष्ट बहुमत में है।* *दूसरी ओर भाजपा के पास-नारद मामा👇* *सिक्किम में 0 सीटें* *मिजोरम में 0 सीटें* *तमिलनाडु में 0 सीटें हैं।* *बीजेपी के पास-* *आंध्र मे 175 में से 4* *केरल में 140 में से 1* *पंजाब में 117 में से 3* *प. बंगाल … Read more

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस में रहे नीरज देव भारतीय ने बहुत हैरान कर देने वाला खुलासा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस में रहे नीरज देव भारतीय ने बहुत हैरान कर देने वाला खुलासा संघ की साज़िश के बारे में किया है कि कैसे संघ 98 साल से भारतीयों से भारत माता के नाम पर अंग्रेजों की देवी की पूजा करा रहा है। साभार: Devendra Surjan भारत माता की माता कौन है? … Read more

1846 से 1858 तक फर्रुखाबाद रियासत के नवाब रहे नवाब तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान को अंग्रेज़ो

1857 के स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतकारीयों की मदद करने के जुर्म में फर्रुखाबाद रियासत के नवाब **तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान **को मुल्क बदर कर दिया गया था. 1846 से 1858 तक फर्रुखाबाद रियासत के नवाब रहे नवाब तफ़ज़्ज़ुल हसन ख़ान को अंग्रेज़ो ने जंग ए आज़ादी की पहली लड़ाई में क्रांतकारीयों की मदद करने के जुर्म … Read more

क्या इतिहास में धम्मलिपि नाम की कोई लिपि रही है

क्या इतिहास में धम्मलिपि नाम की कोई लिपि रही है? —————————————— आजकल कुछ लोग कहते हैं, अशोक के ब्राह्मी लिपि का नाम धमंलिपि है जबकि अशोक ने ब्राह्मी लिपि में लिखे बातों को धम्मलिपि कहा ही है साथ में शाहबाजगड़ी और मानसेहरा(पाकिस्तान) के खरोष्ठी लिपि में भी लिखे अपने लेखों को धमंलिपि कहा है,फिर तो … Read more

विकास का पूंजीवादी मॉडल

विकास का पूंजीवादी मॉडल भारत में आर्थिक विकास का जो गुजरात माडल का अहर्निश शोर शराबा है, यह वास्तव में न तो गुजरात माडल है और न ही अंबानी और अडानी जैसे पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के हित में संघी योजना का भाग है. यह दुनिया के तेरह सबसे बड़े पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के … Read more

तस्वीरों में NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जी हैं.

तस्वीरों में NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जी हैं. मंदिर में झाड़ू लगाकर श्रमदान कर रही हैं. यह तस्वीर देखकर मैं आहत हूँ एक आदिवासी महिला जो राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार है मंदिर में झाड़ू लगा रही है. प्रणब मुखर्जी या अन्य ब्राह्मण नेताओं को कभी मंदिरों में झाड़ू लगाते नही देखा. … Read more

मुश्किल घड़ी में है मुल्क

सामायिकी ————- मुश्किल घड़ी में है मुल्क मुझ जैसे लोग यदि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति का विरोध करते हैं, तो केवल इसलिए कि वह भारत के उस विशिष्ट विचार से परहेज करता है,जिसे हजारों साल में हमारे ऋषि -मुनियों ,दार्शनिकों और कवियों ने गढ़ा है। हमें बतलाया गया है कि भारत उस भरत के … Read more

विपस्सना

शांति-विपस्सना ———— बुद्ध मानते थे कि मन के उथल – पुथल का शरीर पर प्रभाव पड़ता है। वह मन को दुरुस्त करने की एक विधि बताते हैं। यही विपस्सना है। मन में ही विकार उठते है, जैसे क्रोध या अन्य बुरे भाव। क्रोध एक उग्र विकार है, अतएव इसे ही उदाहरण के रूप में लें। … Read more