धर्मान्तरण का झूठा लाछन लगाकर पास्टर को थप्पड़ मारने वाली ज्योति शर्मा जाएंगी जेल और नहीं होगी बेल, पास्टर को थप्पड़ मारना ज्योति शर्मा को पढ़ा बहुत भारी उलझ गए पुलिस केस और कोर्ट के चक्कर में लगा रही हैं जगह जगह नेताओं को अप्रोच फिर भी FIR दर्ज
Month: September 2021
क्या आर्य सच मे विदेशी है ? क्या कहता है इतिहास
आर्य विदेशी : क्या आर्य विदेशी है ? क्या कहता है इतिहास, पहली यह की भारतीय इतिहास की शुरुआत सिंधु घाटी की सभ्यता से होती है। … आर्यन इन्वेजन थ्योरी : भारत की सरकारी किताबों में आर्यों के आगमन को ‘आर्यन इन्वेजन थ्योरी’ कहा जाता है। इन किताबों में
पेरियार ईवी रामासामी नायकर की सच्ची रामायण और ललई सिंह यादव का संघर्ष
पेरियार ईवी रामासामी नायकर की सच्ची रामायण और ललई सिंह यादव का संघर्ष महानायक पेरियार ललई सिंह यादव जो एक बहुजन महान नायक हैं 1 सितंबर उनका पेरियार स्वामी की सच्ची रामायण का हिंदी में पहली बार प्रकाशित करने वाला द्रविड़ आंदोलन के अग्रणी क्रांतिकारी टीवी पेरियार रामास्वामी नायक
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं ! आज जब शिक्षक दिवस की बारी आई, तो माता सावित्री बाई फुले और लॉर्ड मैकाले की याद आई।
शिक्षक दिवस सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं! आज जब शिक्षक दिवस की बारी आई, तो माता सावित्री बाई फुले लॉर्ड मैकाले की याद आई। लार्ड मैकाले ने भारतीय समाज के लिये सन् 1858 में Indian Education Act बनाया। जिसके द्वारा अंग्रेजो ने गुलाम भारत में “समान शिक्षा नीति”
जगन्नाथ पुरी मंदिर में नौ प्रसिद्ध हस्तियों को प्रवेश से रोक दिया गया
जगन्नाथ पुरी मंदिर में नौ प्रसिद्ध हस्तियों को प्रवेश से रोका गया, हजारों भक्त प्रतिदिन पवित्र जगन्नाथ मंदिर जाते हैं, लेकिन मंदिर में प्रवेश केवल हिंदुओं तक ही सीमित है, और बाकी दर्शन के लिए रथ यात्रा तक प्रतीक्षा करते हैं। लगाए गए प्रतिबंध के विवादों का हिस्सा रहा
अगर मेरा जन्म फिर हो तो मैं चाहूँगा कि दुबारा कभी बंगाल में न हो. जानते हैं ये किसने कहा ? रबीन्द्रनाथ टैगोर ने. जी हाँ, आपने ठीक पढ़ा
अगर मेरा जन्म फिर हो तो मैं चाहूँगा कि दुबारा कभी बंगाल में न हो. जानते हैं ये किसने कहा ? रबीन्द्रनाथ टैगोर ने. जी हाँ, आपने ठीक पढ़ा. रबीन्द्रनाथ टैगोर ने ये बात कही थी. मगर ऐसा क्यों कहा इस विश्वप्रसिद्ध कवि ने ? क्योंकि जातिव्यवस्था के पीड़ित
संपादकीय: किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं ?, यह समझने के लिए शिमला आइए शिमला में सेब के बाग।
किसान आंदोलन क्यों कर रहे हैं, यह समझने के लिए शिमला आइए।शिमला में सेब के बाग है और किसानो से छोटे छोटे व्यापारी सेब ख़रीदकर देश भर में भेजते थे। व्यापारियों के छोटे छोटे गोदाम थे। अड़ानी की नज़र इस कारोबार पर पड़ी । हिमाचल प्रदेश में भाजपा की