सिपाही राकेश सरोज, यह कहावत सच हो गयी, ” खाकी वर्दी के अंदर फ़रिश्ता “अजनबी को अपना खून देकर जान बचाया

सिपाही राकेश सरोज, यह कहावत सच हो गयी, " खाकी वर्दी के अंदर फरिस्ता "अजनबी को अपना खून देकर जान बचाया

सिपाही राकेश सरोज का कार्य काबिले तारीफ आज कल जहा लोगो का भरोसा खाकी वर्दी पर से उठता वाही वर्दी के अन्दर कुछ फरिस्ते भी है, जो वर्दी का सम्मान बनाते है और वर्दी की चमक में काम नहीं होने देते है, जिनकी वजह से आज भी वर्दी का शान लोगो के नजर में बढ़ता … Read more