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देश की युवा प्रतिभाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर मिलें, इसके लिए रोजगार मेलों ने अपनी एक अहम पहचान बनाई है. इसी मेले की अगली कड़ी में आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 70,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति-पत्र वितरित किये गए. पीएम मोदी ने रोजगार मेले में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें भारत के प्रति विश्व के भरोसे और आकर्षण का पूरा इस्तेमाल करना होगा.
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पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा, “आज भारत उन देशों में से एक है, जहां का बैंकिंग सेक्टर सबसे मजबूत माना जाता है, लेकिन 9 वर्ष पहले ऐसी स्थिति नहीं थी. जब सत्ता का स्वार्थ राष्ट्रहित पर हावी होता है, तब किसी बर्बादी होती है, कैसा विनाश होता है, इसके कईं उदाहरण देश में है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पहले हजारों करोड़ रुपये के घाटे और एनपीए के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब वे लाभ के लिए जाने जाते हैं. ‘फोन बैंकिंग’ घोटाला पिछली सरकार के सबसे बड़े घोटालों में एक था, इसने बैंकिंग प्रणाली की कमर तोड़ दी थी.
प्रधानमंत्री ने लोगों की सेवा करने और ‘मुद्रा’ योजना के तहत ऋण के माध्यम से गरीबों और असंगठित क्षेत्रों की मदद करने तथा महिला स्वयं सहायता समूहों का समर्थन करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करने के वास्ते बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की प्रशंसा की. पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक विश्वास एवं आकर्षण के केंद्र के रूप में उभरा है और देश को इसका भरपूर इस्तेमाल करना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न क्षेत्रों में अवसर बढ़ रहे हैं.
रोजगार मेला रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है. पीएमओ के एक बयान में शुक्रवार को कहा गया, “रोज़गार मेला आगे रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा.” प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल 22 अक्टूबर को ‘रोज़गार मेला’ के पहले चरण की शुरुआत की थी, जिससे 10 लाख सरकारी नौकरियां प्रदान करने के अभियान की शुरुआत हुई थी.
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