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नयी दिल्ली: देशभर में हनुमान जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है। राजधानी दिल्ली में कश्मीरी गेट के मरघट हनुमान मंदिर में सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे। वहीं कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में भी बड़ी तादाद में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में हनुमान जयंती के अवसर पर पचमठा मंदिर में भगवान हनुमान को एक टन वजन के लड्डू का भोग लगाया गया। ओडिशा मेंअंतर्राष्ट्रीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर भगवान हनुमान की रेत से कलाकृति बनाई।
उपद्रवी तत्वों पर नजर
वहीं रामनवमी के दौरान हुई हिंसा के बाद से प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से अलर्ट मोड में हैं। प्रशासनिक अमलों में इस बात की चिंता है कि कहीं रामनवमी की तरह हनुमान जयंती उपद्रवी तत्वों के मंसूबों को नाकाम किया जा सके। पश्चिम बंगाल में हनुमान जयंती महोत्सव से पहले पुलिस ने हुगली में फ्लैग मार्च निकाला।
हनुमान जयंती को लेकर एडवाइजरी
इस बीच बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती को लेकर एडवाइजरी भी जारी की थी। मंत्रालय ने रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल और बिहार में हुई सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को छह अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर कानून-व्यवस्था एवं शांति सुनिश्चित करने तथा समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने वाले संभावित तत्वों पर नजर रखने का निर्देश दिया था।
पश्चिम बंगाल में अलर्ट
रामनवमी की शोभायात्राओं को लेकर पिछले कुछ दिन में पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में झड़प, आगजनी एवं बमबारी की घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं के दौरान हावड़ा में कई वाहनों को आग लगा दी गई और कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी। पश्चिम बंगाल के रिसड़ा कस्बे में रविवार को रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान झड़प की सूचना मिली थी। इस शोभायात्रा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष और पुरसुरा से पार्टी के विधायक बिमान घोष मौजूद थे। हिंसा में विधायक घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बिहार में भी अलर्ट
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रामनवमी के दौरान हुई हिंसा पर मंगलवार को राज्य सरकार से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी। बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ कस्बों में भी 30 और 31 मार्च को सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी जिसके बाद वाहनों, घरों और दुकानों को आग लगा दी गई थी तथा कई लोग इसमें घायल हो गए थे। इस मामले में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन घटनाओं को लेकर चिंता जताई थी और बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से स्थिति का जायजा लेने को कहा था। गृह मंत्रालय ने स्थिति से निपटने में राज्य प्रशासन की सहायता के लिए बिहार में अतिरिक्त अर्धसैनिक बल भी भेजे थे। सासाराम में निषेधाज्ञा लागू होने के बाद शाह ने दो अप्रैल को वहां का अपना प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया था।
इनपुट-भाषा
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