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लखनऊ : बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल पर जानलेवा हमले में घायल सिपाही राघवेंद्र सिंह ने बुधवार को लखनऊ में दम तोड़ दिया। वे संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती थे। यूपी पुलिस ने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
यूपी पुलिस ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि
शुक्रवार को प्रयागराज में उमेश पाल पर जानलेवा हमले में उमेश पाल के साथ ही उनके सुरक्षाकर्मी संदीप निषाद की एसआरएन अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। वहीं दूसरे सुरक्षाकर्मी राघवेंद्र सिंह को बेहतर उपचार के लिए रविवार को यहां के एसआरएन अस्पताल से लखनऊ के एसजीपीजीआई भेजा गया था । बुधवार की शाम करीब पांच बजे आरक्षी राघवेंद्र सिंह का एसजीपीजीआई में निधन हो गया।वहीं यूपी पुलिस ने ट्वीट कर कहा-‘ प्रयागराज में घटित आपराधिक घटना में घायल आरक्षी स्व0 राघवेन्द्र सिंह के शहीद होने पर उ0प्र0पुलिस परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि”।
पांच मई को होनेवाली थी शादी
बता दें कि प्रयागराज शूट आउट के दौरान घायल राघवेंद्र को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर प्रयागराज से एसजीपीजीआई शिफ्ट किया गया था। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक पांच मई को राघवेंद्र की शादी होने वाली थी।
पिता के निधन के बाद अनुकम्पा पर लगी थी नौकरी
राघवेंद्र रायबरेली के लालगंज के रहनेवाले थे। वे उमेशपाल के गनर थे और हमले में गोली और बम लगने से जख्मी हो गए थे। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि राघवेंद्र के पिता भी पुलिस में थे। बीमारी के बाद उनका देहांत हो गया था। राघवेंद्र को अपने पिता की जगह अनुकम्पा के आधार पर नौकरी मिल थी। परिवार में मां, बहन और भाई हैं।
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