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पीएम मोदी ने कहा कि पहले लोग सवाल कर रहे थे कि इस सेक्टर में क्यों इंवेस्ट करना चाहिए, अब एक साल के बाद सवाल बदल गया है. अब लोग कह रहे हैं वाय नॉट इंवेस्ट.ये सिर्फ सवाल नहीं बदला है ये हवा का रुख भी बदला है. औऱ ये आप सबने बदला है, आपके प्रयासों से बदला है. मैं यहां मौजूद सभी कंपनियों का अभिनंदन करता हूं. आपने भारत की एस्पीरेशंस के साथ अपने फ्यूचर को जोड़ा है. आपने भारत के सामर्थ्य के सात अपने सपनों को जोड़ा है. और भारत किसी को भी निराश नहीं करता है.
भारत में बने मोबाइल का एक्सपोर्ट भी दो गुना हो चुका है
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में आपके लिए अवसर ही अवसर है. भारत के लोकतंत्र, यहां की डेमोग्राफी यहां से मिलने वाले डिविडेंट आपके बिजनेस को भी डबल ट्रिपल करने वाला है. यही एक्सपोंसेशियल ग्रोथ भारत के डिजिटल सेक्टर में भी देख रहे हैं. भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन अब 100 बिलियन डॉलर को भी पार कर गया है. दो साल के भीतर इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात भी दो गुने से ज्यादा हो गया है. भारत में बने मोबाइल का एक्सपोर्ट भी दो गुना हो चुका है. जो देश कभी मोबाइल फोन का इंपोर्टर था वो आज दुनिया का बेस्ट मोबाइल फोन निर्माता बना रहा है. इता ही नहीं आज वो महंगे मोबाइल फोन्स का एक्सपोर्ट भी कर रहा है. कुछ सेक्टर हमारा ग्रोथ बहुत ज्यादा है.
भारत में तेजी से घट रही है गरीबी
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले भारत में सिर्फ दो मोबाइल मेन्युफेक्चरींग युनिट थे वो आज 200 से ज्यादा है. ब्राड बैंड की बात करें 2016 6 करोड़ यूजर्स थे आज उनकी संख्या 80 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है. 2014 में भारत 25 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन थे आज ये संख्या 85 करोड़ से अधिक हो चुकी है. ये आंकड़े सिर्फ भारत की सफलता ही नहीं कह रहे यह हर आंकड़ा आपकी इंडस्ट्री के लिए एक प्रोत्साहन करने जैसा है. आज दुनिया इंडस्ट्री 4.0 की साक्षी बन रही है. आज चौथी औद्योगिक क्रांति और इंडियन एस्पीरेशंस में भी मैं यही रिश्ता देख रहा हूं. आज इंडियन एस्पीरेशंस भारत के विकास को ड्राइव कर रही है. आज भारत दुनिया का वो देश है जहां गरीबी तेजी से घट रही है. भारत दुनिया का वो देश है जहां नियो मिडिल क्लास तेजी से बढ़ रहा है. आज भारत में सस्ता डेटा, सिम लेस पावर स्पलाई, डिजिटल प्रोडक्ट के इस्तेमाल को बढ़ा रीह है.
सेमीकंडटर सिर्फ हमारी नहीं दुनिया की भी जरूरत
उन्होंने इस कान्फ्रेंस के दौरान कहा कि हमारे यहां एक बहुत बड़ी आबादी ऐसी है जो अब सीधे इंटर कनेक्टेड स्मार्ट डिवाइस का इस्तेमाल करने वाली है. भारत का बढ़ता है नियू मिडिल क्लास संभावनाओं से भरा हुआ है. इसके लिए आपको चीप मेकिंग इकोसिस्टम का निर्माण करना है. जो भी इसमें तेजी से आगे बढ़ेगा उसे फर्स्ट मूवर्स एडवांटेज मिलना तय है. साथी हम लोग कोरोना और रूस-यूक्रेन के साइड इफेक्ट से उभर रहे हैं. भारत को एहसास है कि सेमीकंडक्टर सिर्फ हमारी जरूरत नहीं है बल्कि दुनिया को भी एक ट्रस्टेड चीप सप्लाई चेन की जरूरत है. और भारत वही देश है. भारत पर दुनिया का भरोसा लगातार बढ़ रहा है. आज भारत पर निवेशकों को भरोसा है. क्योंकि यहां स्टेबल, रिस्पांसिबल और रिफॉर्म ऑरियंटेड सरकार है.
कॉलेजों में पढ़ाया जाएगा सेमीकंडक्टर पर कोर्स
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के मैसिव टैलेंड पूल है स्किल्ड इंजीनियर्स है. इसलिए भारत सबकी पसंद है. भारत अपनी ग्लोबल रिस्पांसबिलिटी को भी समझता है. हम साथी देशों के साथ मिलकर एक व्यापक रोडमैप पर काम कर रहे हैं. भारत में हम वेबिरेंट सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम बनाने पर काम कर रहे हैं. ऐसा इकोसिस्टम को बनाने के लिए हम इंजीनियरिंग करिकुलम में भी बदलाव कर रहे हैं. भारत में 300 से ज्यादा ऐसे कॉलेजों को पहचान की गई है जहां सेमीकंडक्टर पर कोर्स होगा.
भारत के सोलर कैपिसिटी में भी 20 गुना का इजाफा हुआ है
उन्होंने कहा कि अनुमान है कि अगले पांच वर्षों 1 लाख से ज्यादा डिजाइन इंजीनियर तैयार होने वाले हैं. भारत का लगातार बढ़ता स्टार्टअप सिस्टम भी सेमीकंडक्टर सेक्टर को मजबूती देने वाला है. आप सभी कंडक्टर्स और इंशूलेटर्स का अंतर जानते हैं. कंडक्टर्स से एनर्जी पास हो सकतीहै लेकिन इंशू लेटर्स से नहीं हो सकती है. भारत सेमीकंडर सेक्टर के लिए एक अच्छा कंडक्टर बनने के लिए हर चेक बॉक्स को टिक कर रहा है. इस सेक्टर के लिए बिजली की जरूरत है. बीते एक दशक में हमारी सोलर पावर कैपिसिटी 20 गुना से ज्यादा हो चुकी है.
आज भारत दुनिया के सबसे कम कॉरपोरेट टैक्स वाले देशों में से एक है. हमने टैक्सेशन प्रोसेस को फेस लेस और सीमलेस बनाया है. हमने इसकी जटिलताओं को खत्म किया है. भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए रेड कारपेट बिछा रहा है. भारत जैसे जैसे आगे बढ़ेगा वैसे वैसे आपके लिए नए अवसर तैयार होंगे. सेमीकंडर मार्केट के लिए भारत एक शानदार कंडक्टर बन रहा है. हम आपके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हैं. हमने जिस सेक्टर में प्रयास किया है वहां हमे बेहतर परिणाम मिला है.
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