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यूनिसेफ (UNICEF) की वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार और डिजिटल स्वास्थ्य और सूचना प्रणाली की प्रमुख, यूनिट करिन कलैंडर ने भारत के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की प्रशंसा की। कलैंडर फिलहाल दूसरी G20 स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक में शामिल होने के लिए गोवा में हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तकनीक का उपयोग किया और सेवाओं को बेहतर ढंग से पहुंचाया।
“भारत की कहानी अनूठी है”
यूनिसेफ की वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार ने भारत के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि भारत की कहानी अनूठी है। उन्होंने कहा, “देश न केवल बड़ी संख्या में लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने में सक्षम था, बल्कि उस मिशन को तेजी देने के लिए तकनीक का उपयोग करने और सेवाओं को बेहतर ढंग से पहुंचाने और वैक्सीनेशन को ट्रैक करने में भी सक्षम था।”
“भारत के पास पहले से ही एक बुनियादी ढांचा”
यूनिट करिन कलैंडर ने आगे कहा, “भारत के इतना सफल होने का एक कारण यह है कि इतना बड़ा मिशन शुरू करने के लिए इसके पास पहले से ही एक बुनियादी ढांचा था। यहां राष्ट्रीय नीतियां थीं, और डेटा सुरक्षा नीतियां थीं लेकिन कई देशों के पास ऐसा नहीं था इसलिए उन्हें शून्य से शुरुआत करना पड़ा था।” G20 इंडिया प्रेसीडेंसी के तहत दूसरी स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक 17 अप्रैल को शुरू हुई और 19 अप्रैल को खत्म होगी। बैठक में 19 G20 सदस्य देशों, 10 आमंत्रित राज्यों और 22 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 180 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
डिजिटल स्वास्थ्य को वैश्विक स्वास्थ्य में गेम-चेंजर
भारत की डिजिटल पहल को अन्य देशों में कैसे दोहराया जा सकता है, इस सवाल पर यूनिसेफ की वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार ने कहा, “स्वास्थ्य सूचना संरचना बनाने के मामले में भारत ने जो किया उससे हमें बहुत कुछ सीखना है।” एएनआई के साथ एक इंटरव्यू में यूनिसेफ की वरिष्ठ स्वास्थ्य सलाहकार करिन कलैंडर ने कहा कि वह डिजिटल स्वास्थ्य को वैश्विक स्वास्थ्य में गेम-चेंजर के रूप में देखती हैं।”
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