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टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल में 209 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा। लगातार दो साइकिल में फाइनल मुकाबले हारने वाली टीम इंडिया की इस हार के बाद सब जगह आलोचना हुई। जिसके बाद टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि WTC फाइनल के लिए तीन मैचों की सीरीज होनी चाहिए। इस बयान के लिए उनको खूब ट्रोल किया गया। लेकिन अब एक दिग्गज रोहित के सपोर्ट में पहली बार खड़ा हुआ है।
होनी चाहिए तीन मैच की सीरीज
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने तीन मैचों के डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए रोहित शर्मा की मांग से सहमति व्यक्त की है और साथ ही आईसीसी को अगले चक्र के लिए एक नया फॉर्मेट सुझाया है। रोहित ने कहा था कि आप दो साल तक कड़ी मेहनत करते हैं और फिर आपके पास केवल एक ही शॉट होता है। टेस्ट क्रिकेट उस लय को खोजने के बारे में है, साथ ही उस गति को खोजने के बारे में है। इसलिए, मुझे लगता है, अगर अगले चक्र में, यदि यह संभव है, तो एक तीन -मैच सीरीज अच्छी रहेगी।
हॉग ने बताया नया फॉर्मेट
हॉग ने अपनी राय देते हुए टीमों को दो डिवीजनों में बांटकर विजेता का फैसला करने के लिए एक दिलचस्प नए फॉर्मेट का प्रस्ताव रखा। हर ग्रुप में चार टीमें होंगी। हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि मैं रोहित शर्मा से सहमत हूं कि डब्ल्यूटीसी फाइनल तीन मैचों की सीरीज होनी चाहिए। मुझे लगता है कि चार टीमों के साथ दो डिवीजन होने चाहिए। डिवीजन एक में टॉप चार टीमें और बाकी की टीमें डिवीजन दो में। सहयोगी डिवीजन तीन में हो सकते हैं और अपने तरीके से काम कर सकते हैं।
ऐसे हो पाएगा WTC फाइनल?
हॉग ने आगे कहा कि डिवीजन एक में टॉप दो टीमें तालिका में टॉप टीम की घरेलू धरती पर तीन मैचों का फाइनल खेलेगी। फिर टीमें डिवीजन एक में तीन और चार रैंक वाली टीमों के खिलाफ खेलती हैं, जो डिवीजन दो में शीर्ष दो में रहती हैं।
हॉग ने कहा कि डिवीजन एक की टीम तीन डिवीजन दो की टीम दो के खिलाफ घर पर खेलेगी, और फिर डिवीजन दो की शीर्ष टीम डिवीजन एक की टीम तीन से खेलेगी।
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