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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पपुआ न्यू गिनी दौरे का आज दूसरा दिन है। आज पीएम मोदी ने प्रशांत महासागर के 14 देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने PNG दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत गवर्नर जनरल सर बॉब दादा से मुलाकात के साथ की है। गवर्नर हाउस में भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। बता दें कि मोरेस्बी में पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारपे के साथ फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आइलैंड्स को-ऑपरेशन (FIPIC) के तीसरे शिखर सम्मेलन की संयुक्त रूप से अध्यक्षता की है। 14 देशों के इस समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने जो संदेश दिए वे बेहद बड़े हैं। FIPIC समिट में पीएम ने क्या कहा, ये हम आपको 5 अहम प्वाइंट में समझाएंगे-
- सम्मेलन के दौरान अपने ओपनिंग स्टेटमेंट में पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए पूरी दुनिया एक परिवार की तरह है। भारत ने ज़रूरत के हर वक्त पर सभी देशों की मदद की है। मोदी ने अपील करते हुए कहा कि FIPIC के देश भारत पर विश्वास करें। भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप सभी साथी देशों की मदद करता रहा है।
- पीएम मोदी ने FIPIC समिट के दौरान कहा कि भारत अपनी क्षमताओं के अनुरूप सभी साथी देशों की मदद करता रहा है। मैंने पहले भी कहा है मेरे लिए आप बड़े महासागरीय देश हैं, छोटे द्वीप राज्य नहीं। आपका महासागर ही भारत को आपके साथ जोड़ता है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि UN प्रधान सचिव के साथ मैंने मिशन लाइफ मतलब लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट लॉन्च किया। भारत ने अंतरराष्ट्रीय सोलर एलायंस और CDRI जैसे पहल किए हैं। मैं समझता हूं कि सोलर एलायंस के साथ ज्यादातर देश जुड़े हैं।
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ की चिंताओं, उनकी अपेक्षाओं और उनकी आकांक्षाओं को G20 के जरिए विश्व के समक्ष पहुंचाना अपना दायित्व मानता है। पिछले 2 दिनों में G7 समिट में भी मेरा यहीं प्रयत्न था। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य आगे रखे हैं। मुझे खुशी है कि हम इन पर तेजी से काम कर रहे हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव ग्लोबल साउथ देशों पर सबसे अधिक पड़ा। जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाएं, भुखमरी, गरीबी और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां पहले से ही थी और अब नई परेशानियां पैदा हो रही हैं, जैसे- फ्यूल, फर्टिलाइजर और फार्मा। इसकी सप्लाई में भी बाधाएं आ रही हैं। जिन्हें हम अपना मानते थे पता चला कि जरूरत पर वे हमारे साथ नहीं थे। इस कठिनाई के समय पुराना वाक्य सिद्ध हुआ कि ‘ए फ्रेंड इन नीड इज ए फ्रेंड इन डीड’।
मोदी की फिजी यात्रा के दौरान हुआ था FIPIC का गठन
बता दें कि ये शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब चीन इस क्षेत्र में अपने सैन्य और कूटनीतिक प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। एफआई-पीआई-सी का गठन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान किया गया था। शिखर सम्मेलन में 14 देशों के नेताओं ने भाग लिया। बहुत कम ऐसे मौके हैं जब कनेक्टिविटी और दूसरे मुद्दों के कारण ये देश आपस में मिलते हैं, लेकिन पीएम मोदी की कोशिशों की वजह से आज ये शिखर सम्मेलन हो रहा है।
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