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नई दिल्ली: राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने के बाद कांग्रेस ने लाल किले पर मंगलवार शाम ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल मार्च’ निकाला। इस विरोध के दौरान कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता हाथ में झंडा और पोस्टर लेकर निकले और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। बढ़ते विरोध के दौरान पुलिस ने कई नेताओं को हिरासत में भी लिया। हालांकि बाद में कुछ को रिहा भी कर दिया गया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश पहले ही इस बात की घोषणा कर चुके थे कि आज शाम 7 बजे से पार्टी के सभी सांसद और नेता कार्यकर्ताओं के साथ लालकिले से टाउनहॉल तक लोकतंत्र बचाओ मशाल क्रांति मार्च में हिस्सा लेंगे।
कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, ‘रात के करीब 10 बज रहे हैं! एक महिला सांसद और IYC की हमारी महिला पदाधिकारियों को दिल्ली पुलिस बिना किसी FIR के, बिना महिला पुलिस की मौजूदगी में हिरासत में लेकर पिछले 2 घण्टों से दिल्ली की सड़कों पर घुमा रही है। अमित शाह जी अगर ये आपकी बेटियां होती तो दिल्ली पुलिस का यही रवैया होता?’
कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘ये मर्डर ऑफ़ डेमोक्रेसी है। संसद के अंदर और बाहर हमारी आवाज को ख़ामोश किया जा रहा है। हमारे नेता को डिसक्वालीफाई कर रहे हैं और अब हमें चलने नहीं दे रहे हैं। ये क्या डेमोक्रेसी है?’
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