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समुद्री चक्रवात के भीषण चक्र में फंसे म्यांमार के लिए भारत ने फिर दरियादिली दिखाई है। भारत ने चक्रवात से प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए नौसेना के 4 जहाजों के जरिये राहत सामग्री भेजी है। इसमें खाद्य व पेय पदार्थ से लेकर, जीवन रक्षक औषधियों समेत कई अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि चक्रवात के विनाशकारी प्रभावों से निपटने में पड़ोसी देश की मदद के लिए भारत की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान का नाम ‘आपरेशन करूणा’ रखा गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और दरियादिली को दर्शाता है। साथ ही भारत की सदियों पुरानी परंपरा “समस्त तु वसुधैव कुटुंबम” की अवधारणा को भी साकार करता है। यानि कि भारत की परंपरा पूरे विश्व को एक परिवार की तरह देखने की रही है।
आपको बता दें कि इससे पहले भारत ने भूकंप से पीड़ित तुर्की और सीरिया की भी बढ़चढ़कर मदद की थी। तुर्की में कुछ माह पहले आए विनाशकारी भूकंप के दौरान उसे तात्कालिक राहत और बचाव दल भेजने वाला भारत दुनिया का पहला देश था। तुर्की आज भी इसके लिए हिंदुस्तान का कायल है। इसी तरह देश ने अब अपने पड़ोसी म्यांमार की मदद के लिए दिल खोल दिया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ भारत ने चक्रवात मोखा से म्यांमा के लोगों की मदद करने के लिए दोस्ती का हाथ बढ़ाया है और आपरेशन करूणा शुरू किया है। राहत सामग्री के साथ नौसेना के तीन जहाज यांगून पहुंच आज गए हैं और चौथा जहाज कल पहुंचेगा।’’ उन्होंने बताया कि इन जहाजों में जरूरी दवाएं, तंबू, खाद्य सामग्री, पानी का पंप, छोटा जेनेरेटर, कपड़े आदि शामिल हैं।
मदद की मसीहा हैं पीएम मोदी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि अब पूरी दुनिया में “मदद के मसीहा” के तौर पर उभरी है। अफगानिस्तान में भी तालीबानियों के आक्रमण के बाद छाए खाद्य संकट के दौरान भारत ने खाद्य और राहत सामग्री भेजी थी। इसी तरह यूक्रेन युद्ध पीड़ितों के लिए भी भारत राहत और बचाव सामग्री भेजकर दुनिया में आदर्श प्रस्तुत कर चुका है। जब बारी तुर्की और सीरिया की आई तो उस देश का पाकिस्तान के प्रति ज्यादा झुकाव होने और भारत के प्रति अच्छी सोच नहीं रखने के बावजूद विश्व बंधुत्व की भावना से पीएम मोदी ने ऑपरेशन दोस्त चलवाया। भारत से तुर्की के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीम भेजी। इसमें राहत सामग्री, बचाव दल और मेडिकल टीम इत्यादि शामिल था।
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