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नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ के कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का बड़ा बयान सामने आया है। जीतू ने कहा, ‘मेरी अभी कमलनाथ से बात हुई है। उन्होंने कहा है कि जीतू, मीडिया में जो ये बातें आ रही हैं, ये भ्रम है। मैं कांग्रेसी था, हूं और रहूंगा। लोकतंत्र में हार-जीत होती रहती है। हर परिस्थिति में उन्होंने दृढ़ता से कांग्रेस के विचार के साथ अपना जीवन जीया है और आगे भी कांग्रेस के विचार के साथ अंतिम सांस तक जीवन जीएंगे। ये उनकी खुद की भावना है जो उन्होंने मुझसे कहा है।’
कमलनाथ की नाराजगी की ये 10 वजहें आईं थीं सामने
- 2023 विधानसभा चुनाव की हार का ठीकरा, सिर्फ कमलनाथ पर फोड़ा जाना।
- चुनाव परिणाम आते ही कमलनाथ से इस्तीफे की मांग की गई।
- रणदीप सुरजेवाला, गुरदीप सप्पल, जेपी अग्रवाल ने आला कमान से की थी कमलनाथ की कार्य प्रणाली की शिकायत।
- प्रदेश अध्यक्ष पद पर जीतू पटवारी नेता प्रतिपक्ष के पद पर उमंग सिंघार और उप नेता प्रतिपक्ष के पद पर हेमंत कटारे की नियुक्ति में नहीं ली गई कमलनाथ से सलाह।
- कमलनाथ के सोनिया गांधी से आग्रह के बावजूद नहीं मिला राज्यसभा का टिकट, कट्टर दिग्विजय समर्थक अशोक सिंह को दिया गया राज्यसभा का टिकट..( सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने कमलनाथ को टिकट देने पर जताई थी नाराजगी)
- सूत्रों के मुताबिक, बीते 5 सालों समेत चुनाव के दौरान कमलनाथ द्वारा उठाये गए खर्चे के बारे में सवाल पर थी नाराजगी
- कांग्रेस आलाकमान ने इंडिया अलायंस की पहली महारैली भोपाल में तय की, वो भी बिना कमलनाथ से बात किए, इस पर भी थी कमलनाथ की नाराजगी
- आलाकमान कर रहा था समाजवादी पार्टी से मध्य प्रदेश में सीटों का बंटवारा, वो भी बिना कमलनाथ से बात किए
- कमलनाथ द्वारा विधानसभा स्तर पर चुनाव सामग्री समेत तमाम सुविधाएं नहीं उपलब्ध कराने पर चुनावी हार के बाद उठे थे सवाल, राहुल गांधी ने जताई थी सार्वजनिक नाराजगी, सार्वजनिक होने से आहत थे कमलनाथ।
- विधानसभा चुनाव के टिकटों का सर्वे और वितरण में कमलनाथ के अलावा बाकी सभी की सुनी गई, इससे भी थी नाराजगी।
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