ऑनलाइन गेमिंग में ठगी का शिकार हो रहे युवा, पहले मुनाफा देकर लुभाते फिर…

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मोहन प्रकाश/सुपौल. अगर आप भी ऑनलाइन गेम खेलते हैं तो संभलकर खेलें, नहीं तो ज्यादा कमाने के लोभ में मूल पूंजी भी साइबर फ्रॉड ठग लेंगे. ऐसा ही एक मामला सहरसा जिले से सामने आया है. यहां के एक गांव के कुछ लड़के महादेव बुक गेमिंग ऐप चलाते थे. इसके माध्यम से ढाई लाख लोगों का टेलीग्राम और व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर गेम खेलते थे और मौका देखकर बड़ी पूंजी लगाने वाले का खाता साफ कर देते थे.

पुलिस ने इनके मंसूबे पर पानी फेर दिया. इस साइबर फ्रॉड गिरोह के तीन आरोपियों को पुलिस ने काशनगर के मौरा चौक से गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से 4 मोबाइल, 2 एटीएम, 3 पासबुक, 3 चार चक्का वाहन, 5 सिम और एक वाईफाई रॉटर भी जब्त किया गया.

वाहन चेकिंग के दौरान हुई गिरफ्तारी
साइबर डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि सोनवर्षा राज थाना क्षेत्र के काशनगर ओपी अंतर्गत वाहन चेकिंग की जा रही है. इस दौरान संदेह होने पर एक चार चक्का वाहन को रोका गया. लेकिन, पुलिस को देखते ही गाड़ी में सवार एक अपराधी भाग गया. इससे पुलिस का शक और गहरा गया. इसके बाद गाड़ी में सवार अन्य तीन लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया.

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग साइबर फ्रॉड हैं. पूछताछ में इनलोगों ने स्वीकार किया कि ये लोग महादेव बुक गेमिंग ऐप चलाते हैं. गिरफ्तार आरोपी रविराज उर्फ दिलखुश मेहता, माणिकचंद कुमार और पंकज कुमार बसनही थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव का रहने वाला है. रवीराज का आपराधिक इतिहास है. वह पूर्व में भी जेल जा चुका है.

ऐसे लगाते थे लोगों को चूना
डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये लोग टेलीग्राम और व्हाट्सऐप पर ग्रुप बनाए हुए थे. जिसमें लगभग ढाई लाख लोग जुड़े हुए हैं. ये सभी गेम के नाम पर गलत या दूसरे लोगों के अकाउंट का आईडी क्रिएट करवाते थे और फिर उनसे गेम खेलवाते थे. शुरुआत में जीतते हुए दिखाकर कुछ पैसे भी देते थे. लेकिन जब लोग ज्यादा रुपए लगा देते थे तो ये लोग रुपए गबन कर लेते थे. इस तरह से ये सभी मासूम लोगों को अपने जाल में फंसाकर लूटते थे.

Tags: Bihar News, Crime News, Cyber Fraud, Local18

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