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Tips to avoid online fraud: भारत में पिछले कुछ वर्षों में इंटरनेट और स्मार्टफोन दोनों के ही यूजर्स तेजी से बढ़े हैं। दोनों ने ही हमारी जिंदगी के कई कामों को बेहद आसान बना दिया है। आज के दौर में स्मार्टफोन या फिर इंटरनेट किसी भी एक के बिना रह पाना बेहद मुश्किल है। स्मार्टफोन से हमारी जिंदगी सरल हुई वहीं इसके ज्यादा इस्तेमाल से कई तरह के खतरे भी उत्पन्न हो गए हैं। पिछले कुछ समय में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़े हैं ऐसे में इंटरनेट की दुनिया में हमें बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
स्कैमर्स अब लोगों को ठगने के लिए नए नए तरीकों को अपना रहे हैं। पिछले कुछ समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसा कर स्कैमर्स लाखों की ठगी कर रहे हैं। यही कारण है कि ऑनलाइन ठगी के मामलों में तेजी बढ़ोतरी हुई है। आइए हम आपको कुछ ऐसे नए तरीकों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनसे स्कैमर्स लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। अगर आपके पास इन तरीकों से कोई कॉल या फिर मैसेज आता है तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है।
कूरियर स्कैमः फ्रॉड के लिए अब स्कैमर्स ने नया तरीका खोज निकाला है। लोगों को कंगाल बनाने के लिए वह कोई कस्टम अधिकारी या कूरियर कंपनी का अधिकारी बनकर आपसे बात करेंगे और देखते ही देखते आपके खाते से लाखों रूपये गायब कर देंगे।
WhatsApp Scam: स्कैमर के बीच व्हाट्सऐप कॉल और मैसेज करना और लोगों से उनकी बैंक संबंधी जानकारी निकलवाना सबसे प्रचलित तरीका है।
QR Code: भारत में क्यूआर कोड स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं। यूपीआई से पेमेंट तो आसानी से हो जाती है, साथ ही इससे ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं। अपराधी विक्टिम को QR कोड भेजते हैं और उन्हें यकीन दिलाने की कोशिश करते हैं कि QR कोड स्कैन करके पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। QR कोड स्कैन करते ही ठग आपसे OTP एंटर करने को कहता है और आपके अकाउंट को खाली कर देता है।
क्लोन ऐपः ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज जैसे-जैसे बढ़ा है, ऑनलाइन ठगी के मामलों में भी तेजी आई है। ठग ऑनलाइन ऐप के क्लोन ऐप बनाकर भी यूजर्स को झांसे में लेते हैं और उनके अकाउंट खाली कर देते हैं।
ऑनलाइन बैंकिंगः कभी कोई बैंक का अधिकारी बनकर, तो कभी लॉटरी के नाम पर, आधार कार्ड और ओटीपी के जरिए भी स्कैमर आसानी से लोगों के अकाउंट खाली कर रहे हैं।
ई-चालान फ्रॉडः ये स्कैमर्स का नया तरीका है। स्कैमर फेक ई-चालान स्कैम का इस्तेमाल करके फर्जी मैसेज करते हैं, जिसमें एक लिंक होता है। खुद को ट्रैफिक पुलिस दिखाते हुए जुर्माना राशि के नाम पर फर्जी वेबसाइट विजिट ओपन करवाते हैं और इस पर क्लिक करते ही साइबर क्रिमिनल यूजर की डिवाइस का एक्सेस हैक कर लेते हैं और उनके अकाउंट से पैसे चुरा लेते हैंक।
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