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वॉटर इनटेक रखे बैलेंस
कभी भी एक झटके में पानी ना पिएं. अगर आप अपने शरीर में पानी का इंटेक एकदम से बढ़ा लेंगे और 2 की जगह 5-7 लीटर पानी पीने लगेंगे, तो आपकी किडनी पर ज्यादा लोड पड़ने लगेगा और किडनी डैमेज भी हो सकती है. Experts के अनुसार, पुरुषों को एक दिन में तीन से चार लीटर पानी और महिलाओं को दो से तीन लीटर पानी पीने की जरूरत होती है. अगर आप इंटेंस वर्कआउट करते हैं तो आप आधा लीटर पानी इसमें और बढ़ा सकते हैं.
कितनी देर तक पानी पिएं?
जब लोगों को प्यास लगती है, तो वो गिलास में या बोतल से सीधे उठाकर एकदम से सारा पानी पी जाते हैं, जिसमें अमूमन 4 से 5 सेकंड लगते हैं. लेकिन कभी भी आपको ऐसा नहीं करना चाहिए, आपको हमेशा 2-3 मिनट तक सिप-सिप करके पानी पीना चाहिए और इसे 2 से 5 सेकंड तक मुंह के अंदर घुमाना चाहिए, इससे मुंह का सलाइवा पानी के साथ पेट में जाता है और बॉडी आसानी से पानी को डाइजेस्ट कर लेती है.
समय देखकर पानी पिएं
जी हां पानी पीने के लिए हमें समय का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है. अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि खाना खाने के 1 घंटे पहले और 1 घंटे बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए, लेकिन ऐसा क्यों? दरअसल, खाना खाने से पहले ही हमारे पेट में जठर अग्नि शुरू हो जाती है, जो पाचन रस बनाती है और अगर हम खाना खाने से पहले या बाद में पानी पी लेते हैं तो यह अग्नि शांत हो जाती है और पाचन रस पतला हो जाता है, जिससे खाना सही तरीके से पचता नहीं है और खाना हमारे पेट में पड़ा पड़ा सड़ने लगता है, जिससे गैस, अपच, ब्लोटिंग और पेट संबंधी समस्या होने लगती है.
किस तापमान पर पानी पिएं ?
गर्मी में आप लोग ठंडा पानी पीते होंगे या सर्दियों में गर्म पानी, लेकिन बहुत ज्यादा गर्म और ठंडा पानी दोनों हमारी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होता है. ऐसे में डॉक्टर्स का मानना है कि आप गर्मियों में मटके का पानी और सर्दियों में हल्का गुनगुना पानी पी सकते हैं.
क्या खड़े होकर पानी पीना है सही?
खड़े होकर पानी पीने से कई सारे हेल्थ इश्यू हो सकते हैं, जिसमें इनडाइजेशन सबसे घातक है क्योंकि जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो पानी हमारे फूड कनाल से होते हुए लोअर स्टमक तक पहुंच जाता है, जिससे खाना सही तरीके से पच नहीं पाता है. इतना ही नहीं खड़े होकर पानी पीने से हमारे शरीर का फ्यूड लेवल भी बढ़ जाता है और इससे शरीर का ऑक्सीजन लेवल भी डिस्टर्ब होता है और लंग्स और हार्ट फंक्शन पर भी इफेक्ट पड़ता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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