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Italy News: इटली में एक सांसद ने पहली बार बच्चे को पार्लियामेंट में ब्रेस्टफीडिंग कराई। ऐसा करने वाली वे पहली महिला सांसद बन गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इटली की महिला सांसद गिल्डा स्पोर्टिएलो ने चैंबर ऑफ डेप्युटी में अपने बेटे फेडेरिको को ब्रेस्टफीडिंग कराई। इसके बाद सभी सांसदों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनके इस फैसले का स्वागत किया। इसके साथ ही उनकी जमकर तारीफ की गई। दरअसल, महिलाओं को अपने कार्य के साथ एक मां की यह जिम्मेदारी पूरी करने के लिए संसदीय पैनल ने नियम बनाया गया है।
दरअसल, कई देशों में जरूर ब्रेस्टफीडिंग की घटना सामान्य रहती है। लेकिन इटली जैसे पुरुष प्रधान देश के निचले सदन में किसी महिला सांसद ने पहली बार ऐसा किया है कि अपने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराई हो। वर्कप्लेस की मजबूरियों के बीच एक मां होने की जिम्मेदारी को भी पूरा करने के लिए लोगों ने यह सराहना की। संसद के सेशन की अध्यक्षता करते हुए जियोर्जियो मुले ने कहा कि ये पहली बार हुआ है, जब सभी पार्टियों के समर्थन के साथ किसी ने बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराई गई हो।
दी गई थी परमिशन
इटली में पिछले वर्ष नवंबर के महीने में एक संसदी नियम पैनल ने रूल बनाया था। इस नियम के तहत पैनल ने महिला सांसदों को अपने बच्चों के साथ संसद कक्ष आने और एक वर्ष तक के बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराने की परमिशन दी थी। इटली की वामपंथी फाइव-स्टार मूवमेंट पार्टी से जुड़ी गिल्डा स्पोर्टिएलो ने कहा कि कई महिलाएं समय से पहले ही बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाना बंद कर देती हैं। लेकिन ऐसा वे अपने मन से नहीं करती हैं, लेकिन कार्य की मजबूरियों के चलते ऐसा करना पड़ता है।
इटली की संसद में दो तिहाई पुरुष सांसद
इटली में दो तिहाई संख्या पुरुष सांसदों की है। पिछले साल अक्टूबर के महीने में इटली के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब जियोर्जिया मेलोनी ने महिला पीएम के रूप में कार्यभार संभाला था। हालांकि, बुधवार की हुई घटना इटली में पहली बार हुई थी। इससे 13 साल पहले लाइसिया रोनज़ुली, जो अब सेंटर-राइट फोर्ज़ा इटालिया पार्टी की सीनेटर हैं। उन्होंने स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संसद में अपनी नन्ही सी बेटी को ब्रेस्ट फीडिंग कराई थी।
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