चितरंजन सिंह/बदायूं. उत्तर प्रदेश के बदायूं में चाकू मारकर एक युवक की हत्या कर दी गई. वारदात की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव को कब्जे में लेना चाहा, तो परिजनों से उसकी तीखी झड़प हो गई. हालांकि सीओ दातागंज कर्मवीर सिंह समेत दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाकर शांत किया गया. फिर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. मारे गए शख्स की पहचान अभिषेक (22) के रूप में हुई है.
यह वारदात कोतवाली दातागंज के बिहारीपुर गांव की है. यहां रहनेवाला अभिषेक हजरतपुर में अपनी रिश्तेदारी में काम सीख रहा था. बीती रात जब वह घर लौट रहा था, गांव से कुछ पहले घात लगाए हमलावरों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया. हमलावर उसे मृत जानकर मौके पर छोड़कर फरार हो गए. स्थानीय लोगों और परिजनों की मदद से उसे अस्पताल लेकर जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
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ये है पूरा मामला
पीड़ित परिजनों ने बताया कि अभिषेक बदायूं में रहकर आईटीआई कर रहा था. वह कभी-कभी अलापुर थाना क्षेत्र के उनौला गांव में अपनी मौसी के यहां आता जाता था. इस बीच मौसेरी बहन राखी की सहेली शीतल और अभिषेक को एक-दूसरे से प्यार हो गया. प्रेम प्रसंग के चलते शीतल और अभिषेक फोन पर बातें करने लगे. इसी बीच अभिषेक आईटीआई करके मौसा के पास हजरतपुर चला गया, लेकिन प्रेम-प्रसंग जारी रहा. इस बात की भनक शीतल के घरवालों को लग गई तो उन्होंने इसका विरोध किया. बावजूद अभिषेक-शीतल की बात जारी रही.
ऐसे रची हत्या की साजिश
जब शीतल ने अभिषेक से बात करना बंद नहीं किया तो उसके परिजनों ने शीतल से उसका मोबाइल छीन लिया. फिर जब भी अभिषेक फोन करता तो शीतल के घर की कोई महिला सदस्य शीतल बनकर अभिषेक से बात करती. अभिषेक इस भ्रम में रहा कि उसकी बात शीतल से हो रही है. इस तरह शीतल के घरवालों ने अभिषेक को अपने झांसे में लिया. इसी क्रम में जब अभिषेक ने शीतल मानकर फोन पर उसे अपने घर जाने की सूचना दी, तो शीतल के भाई-भतीजों ने रास्ते में रोक कर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया और अभिषेक को मरा समझकर फरार हो गए.
मौके पर पहुंची पुलिस
इस वारदात की सूचना पर पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और शव को कब्जे में लेना चाहा. लेकिन अभिषेक के परिजनों से उनकी तीखी झड़प हो गई. झड़प बराही गांव में हुई. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वायरल वीडियो में युवक के भाई को बोलते सुना जा सकता है कि पुलिस जबरिया शव छीन नहीं सकती थी. वहीं पुलिस यह समझा रही थी कि पोस्टमॉर्टम जल्दी करा लो देरी से नुकसान हमारा-तुम्हारा होगा. फायदा उसका होगा, जिसने इस वारदात को अंजाम दिया है. परिजनों का कहना था कि रात को शव घर ले जाएंगे और सुबह पोस्टमॉर्टम करा लेंगे. हालांकि पुलिस के समझाने पर परिजन शव सौंपकर चले गए और फिर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
आरोपी हिरासत में
फिलहाल पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. इस वारदात में युवक का फोन भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
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Tags: Crime in up, Local18, Murder case
FIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 13:15 IST
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